मुख्यमंत्री ने ‘जल मितान-युवा उद्यमी’ उद्यमिता कौशल विकास परियोजना का किया शुभारंभ | 13 Jun 2023
चर्चा में क्यों
12 जून, 2023 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में पेयजल योजनाओं के संचालन और स्थायी रख-रखाव के लिये अपने तरह के पहले और अनूठे कार्यक्रम ‘जल मितान-युवा उद्यमी’उद्यमिता कौशल विकास परियोजना का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इसके तहत ग्रामीण अंचलों में कुशल जल मितानों की उपलब्धता हेतु जल जीवन मिशन और यूनिसेफ की सहभागिता से प्रारंभ किये गए। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश में 58 हज़ार ग्रामीण युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है।
- इस कार्यक्रम के ग्रामीण युवाओं को जल गुणवत्ता परीक्षण सर्विसेज, नल-पाइप फिटिंग रिपेयरिंग, आरो फिटिंग-रिपेयरिंग, इलेक्ट्रिकल फिटिंग-रिपेयरिंग, सोलर पैनल फिटिंग-रिपेयरिंग, पंप आपरेटर सर्विस आदि ट्रेडों में 21 दिन का आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने कार्यक्रम में प्रतीक स्वरूप प्रशिक्षण प्राप्त 90 जल मितान एवं युवा उद्यमियों को नि:शुल्क टूल किट प्रदान किये।
- 15 हज़ार रुपए की कीमत के टूल किट में युवाओं को सुरक्षा जूता, हेलमेट तथा उपकरण आदि दिये गए हैं। राज्य के 540 युवाओं तथा 90 युवा उद्यमियों को 21 दिनों की उच्च स्तरीय आवासीय ट्रेनिंग दी गई है।
- मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहाँ जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजनाओं के संचालन और संधारण के लिये बड़ी संख्या में ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उन्हें जल मितान, युवा उद्यमी तथा जल दीदी के रूप में योजनाओं के संधारण और संचालन के लिए तैयार किया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र के 50 लाख घरों में नल जल कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके तहत अब तक 24 लाख घरों में नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
- लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में संचालित नल-जल योजनाओं के संधारण और संचालन के लिये ‘जल जीवन मिशन’ के अंतर्गत यूनिसेफ के सहयोग से पूरे प्रदेश में 58 हज़ार युवाओं को जल मितान के रूप में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य तय किया गया है, जिसमें से ग्राम पंचायतों की अनुशंसा पर 11 हज़ार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
- यूनिसेफ की वाटर एंड सेनिटेशन, हाईजिन विशेषज्ञ सुश्री श्वेता पटनायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ ‘जल मितान’ कार्यक्रम शुरू करने वाला देश का पहला राज्य है। छत्तीसगढ़ में पंचायत स्तर पर जल आपूर्ति योजनाओं के स्थायी रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिये इस कार्यक्रम को शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम बहुकुशल और उद्यमिता मॉडल के माध्यम से पेयजल संरचनाओं के रखरखाव के लिये ‘वन स्टॉप सॉल्यूशन’ की अवधारणा पर आधारित है।