पत्रकारिता विश्वविद्यालय में स्थापित होगा ‘सामुदायिक रेडियो कर्मवीर’ | 14 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
- 13 फरवरी, 2022 को विश्व रेडियो दिवस पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो केजी सुरेश ने बताया कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (भोपाल) के विशनखेड़ी स्थित नवनिर्मित परिसर में केंद्र सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय ने सामुदायिक रेडियो कर्मवीर की स्थापना के लिये नियति पत्र प्रदान किया है।
प्रमुख बिंदु
- विश्वविद्यालय की ओर से सामुदायिक रेडियो स्टेशन के लिये आवश्यक प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
- ज्ञातव्य है कि सामुदायिक रेडियो आंदोलन भारत में 1995 के समय शुरू हुआ जब सुप्रीम कोर्ट ने वायु तरंगों को सार्वजनिक संपत्ति घोषित किया।
- प्रत्येक सामुदायिक रेडियो स्टेशन अपने-अपने समुदाय की भाषाओं को प्राथमिकता देती है, जो भाषा आम टी.वी. चैनलों में अथवा अखबारों में नहीं मिलती वह सामुदायिक रेडियो स्टेशन में मिलती है।
- एक सामुदायिक रेडियो स्टेशन अपना प्रसारण 15 कि.मी. के रेडियस में कर सकता है।
- विश्व रेडियो दिवस-2022 की थीम- ‘रेडियो और विश्वास’ है।
- उल्लेखनीय है कि 3 नवंबर, 2011 को यूनेस्को के 36वें सत्र ने विश्व रेडियो दिवस 13 फरवरी को मनाने की घोषणा की, क्योंकि 13 फरवरी, 1946 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने यू.एन. रेडियो की स्थापना की थी।