हेरिटेज टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होगी चौरासी कुटिया | 04 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
3 अगस्त, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार ऋषिकेश के स्वर्गाश्रम स्थित ऐतिहासिक स्थल चौरासी कुटिया को हेरिटेज टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिये एचसीपी डिज़ाइन मैनेजमेंट कंपनी मास्टर प्लान तैयार करेगी।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि तीर्थनगरी में महर्षि महेश योगी की तपस्थली चौरासी कुटिया दुनिया के प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय बैंड ग्रुप बीटल्स की याद से जुड़ी है। देश-दुनिया के पर्यटक चौरासी कुटिया आते हैं, लेकिन अभी यह स्थल पर्यटन के लिहाज से विकसित नहीं हो पाया है।
- अब सरकार ने इंटरनेशनल हेरिटेज टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। चौरासी कुटिया राजाजी टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में होने से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से भी अनुमति ली जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 1961 में महर्षि महेश योगी ने राजाजी टाइगर रिज़र्व क्षेत्र में 7.5 हेक्टेयर वन भूमि में चौरासी कुटिया आश्रम का निर्माण किया था। उन्होंने करीब 40 वर्षों के लिये वन भूमि को लीज़ पर लिया था। इस दौरान उन्होंने आश्रम में 140 गुंबदनुमा कुटिया और 84 छोटी-छोटी ध्यान योग की कुटिया व अन्य निर्माण किया था।
- वर्ष 1968 में इंग्लैंड के मशहूर बीटल्स ग्रुप के चार सदस्य जॉन लेनन, पॉल मकार्टनी, जॉर्ज हैरिसन और रिंगो स्टार चौरासी कुटिया में ध्यान-योग करने के लिये आए थे। ये लोग कुटिया नंबर नौ में ध्यान करते थे।
- वे यहाँ करीब चार महीने रुके थे। इन चार महीनों में उन्होंने यहाँ 40 गानों की धुन तैयार की थी, जिन्हें विदेशी आज भी मंत्रमुग्ध होकर सुनते हैं। वन भूमि की लीज समाप्त होने के चलते महर्षि महेश योगी इस कुटिया को वर्ष 1989 में छोड़कर हॉलैंड चले गए। वर्ष 2000 में वन विभाग ने इस आश्रम का अधिग्रहण कर लिया।