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19 Feb 2025
सामान्य अध्ययन पेपर 2
राजव्यवस्था
दिवस- 69: भारत में अखिल भारतीय सेवाएँ प्रशासनिक एकता बनाए रखते हुए संघवाद को कैसे सुनिश्चित करती हैं? मूल्यांकन कीजिये। (150 शब्द)
उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण:
- अखिल भारतीय सेवाओं (AIS) और भारत के संघीय ढाँचे में उनकी भूमिका का संक्षिप्त परिचय दीजिये।
- बताइये कि AIS देश भर में प्रशासनिक एकता कैसे बनाए रखता है।
- चर्चा कीजिये कि AIS किस प्रकार केंद्रीय निगरानी और राज्य स्वायत्तता के बीच संतुलन स्थापित करके संघवाद को सुनिश्चित करता है।
- भारत के शासन मॉडल में AIS के महत्त्व पर बल देते हुए निष्कर्ष लिखिये।
परिचय:
अखिल भारतीय सेवाएँ (AIS) - भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय वन सेवा (IFOS) - भारत के संघीय ढाँचे को बनाए रखते हुए प्रशासनिक एकता बनाए रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अनुच्छेद 312 के तहत स्थापित, AIS एक सामंजस्यपूर्ण लेकिन विकेंद्रीकृत शासन ढाँचा सुनिश्चित करता है जो राज्य की स्वायत्तता की अनुमति देते हुए राष्ट्रीय अखंडता को मज़बूत करता है।
मुख्य भाग:
प्रशासनिक एकता बनाए रखने में AIS की भूमिका:
- नीति कार्यान्वयन में एकरूपता: AIS अधिकारी राज्यों में राष्ट्रीय नीतियों को लागू करते हैं, एक समान विकास मानकों और संवैधानिक अधिदेशों (जैसे- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, मनरेगा) के अनुपालन को सुनिश्चित करते हैं।
- अंतर्राज्यीय समन्वय: AIS अधिकारी राज्यों और केंद्र सरकार के बीच निर्बाध समन्वय की सुविधा प्रदान करते हैं, विशेष रूप से जल विवाद (जैसे- कावेरी जल विवाद) और आपदा प्रबंधन जैसे अंतर्राज्यीय मुद्दों में।
- संवैधानिक मूल्यों को कायम रखना: AIS अधिकारी तटस्थ प्रशासक के रूप में कार्य करते हैं, राजनीतिक हितों के बजाय संविधान पर आधारित शासन सुनिश्चित करते हैं, इस प्रकार कानून के शासन को संरक्षित करते हैं।
- संकट और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रबंधन: AIS अधिकारी, विशेष रूप से IAS और IPS, आंतरिक सुरक्षा खतरों, प्राकृतिक आपदाओं तथा महामारी (जैसे- COVID-19 संकट प्रबंधन) के लिये समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करते हैं।
- केंद्रीय प्रतिनियुक्ति और नेतृत्व की भूमिकाएँ: केंद्रीय मंत्रालयों में प्रतिनियुक्ति के माध्यम से, AIS अधिकारी धरातलीय स्तर पर कार्यान्वयन सुनिश्चित करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर नीति-निर्माण में योगदान करते हैं।
संघवाद सुनिश्चित करने में AIS की भूमिका:
- AIS भर्ती में राज्य की भागीदारी: यद्यपि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा भर्ती की जाती है, AIS अधिकारी राज्य सरकारों के अधीन काम करते हैं, जिससे शासन में स्वायत्तता के संघीय सिद्धांत को संरक्षित रखा जाता है।
- मनमाने स्थानांतरण के विरुद्ध संरक्षण: अनुच्छेद 311, स्वामित्व की सुरक्षा प्रदान करता है तथा राज्यों को राजनीतिक उद्देश्यों के लिये प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग करने से रोकता है, जिससे निष्पक्ष शासन कायम रहता है।
- राज्य-विशिष्ट नीतियों में लचीलापन: AIS अधिकारी केंद्रीय नीतियों को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप ढालते हैं तथा यह सुनिश्चित करते हैं कि राज्य राष्ट्रीय मानकों का पालन करते हुए नीतिगत लचीलापन बनाए रखें (उदाहरण के लिये, GST ढाँचे को राज्य राजस्व संरचनाओं के अनुकूल बनाना)।
- दोहरी निष्ठा में संतुलन: AIS अधिकारी केंद्र और राज्य दोनों के लिये काम करते हैं तथा राज्य-विशिष्ट शासन मॉडल को समायोजित करते हुए नीतिगत सुसंगतता सुनिश्चित करते हैं।
निष्कर्ष:
अखिल भारतीय सेवाएँ राष्ट्रीय एकता और राज्य स्वायत्तता के बीच संतुलन स्थापित करती हैं, जिससे भारत के संघीय ढाँचे में प्रभावी शासन सुनिश्चित होता है। वे क्षेत्रीय विविधता का सम्मान करते हुए नीतिगत एकरूपता सुनिश्चित करते हैं, जिससे प्रशासन में उनकी भूमिका अपरिहार्य बन जाती है। प्रशिक्षण और जवाबदेही को मज़बूत करना सहकारी संघवाद में उनके योगदान को और बढ़ा सकता है।