Sambhav-2024

दिवस 87

Q2. पर्यावरणीय प्रभाव आकलन से किस प्रकार आपदा जोखिम एवं स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभावों में कमी आने के साथ नवीकरणीय ऊर्जा को प्रोत्साहन मिलता है? चर्चा कीजिये। (250 शब्द)

28 Feb 2024 | सामान्य अध्ययन पेपर 3 | पर्यावरण

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

हल करने का दृष्टिकोण:

  • पर्यावरणीय प्रभाव आकलन को बताते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिये।
  • आपदा जोखिम में कमी के साथ स्वास्थ्य प्रभावों और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने पर EIA के प्रभाव पर चर्चा कीजिये।
  • उचित निष्कर्ष लिखिये।

परिचय:

पर्यावरणीय प्रभाव आकलन (EIA) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उपयोग किसी प्रस्तावित परियोजना या विकास के पर्यावरणीय परिणामों का मूल्यांकन करने के लिये किया जाता है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि परियोजना के बारे में निर्णय लेने से पहले संभावित पर्यावरणीय प्रभावों की पहचान की जाए तथा उनका समाधान किया जाए।

मुख्य भाग:

EIA और आपदा जोखिम न्यूनीकरण:

  • कमज़ोरियों की पहचान:
    • EIA उन पर्यावरणीय संवेदनशीलताओं की पहचान करने में सहायक है जो बाढ़, भूस्खलन एवं सूखे जैसी आपदाओं में योगदान कर सकती हैं।
    • इन संवेदनशीलताओं के संदर्भ में परियोजनाओं के प्रभाव का आकलन करके, EIA द्वारा आपदा जोखिम को कम करने के उपायों का निर्देशन मिल सकता है।
  • शमन के उपाय:
    • EIA से पर्यावरण पर विभिन्न परियोजनाओं के प्रभाव को कम करने के क्रम में शमन उपायों का निर्देशन मिल सकता है।
    • ये उपाय आपदा जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकते हैं। उदाहरण के लिये, बाढ़-प्रवण क्षेत्रों में निर्माण परियोजनाओं में ऊँची नींव या बाढ़ अवरोध बनाना, शामिल हो सकते हैं।
  • लोक भागीदारी:
    • EIA के तहत आपदा जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने वाली लोक भागीदारी शामिल है।
    • इससे उन संभावित जोखिमों की पहचान करने में मदद मिल सकती है जिन पर प्रारंभिक मूल्यांकन के स्तर पर विचार नहीं किया गया हो।
  • नीति एकीकरण:
    • EIA से विकास नीतियों एवं योजनाओं के संदर्भ में आपदा जोखिम न्यूनीकरण उपायों के एकीकरण को प्रोत्साहन मिलता है।
    • इस एकीकरण से यह सुनिश्चित होता है कि विकास परियोजनाओं में आपदा जोखिमों पर विचार किया जा सके।
    • भारत में सरदार सरोवर बाँध के मामले में, EIA द्वारा बांध के वजन के कारण भूकंपीय गतिविधि में वृद्धि की संभावना की पहचान की गई। इस जोखिम को कम करने के लिये शमन उपाय लागू किये गए, जिनमें आस-पास की इमारतों को मज़बूत करना और भूकंपीय गतिविधि की निगरानी करना शामिल है।

EIA और स्वास्थ्य प्रभाव:

  • वायु गुणवत्ता: EIA के तहत वायु गुणवत्ता पर परियोजनाओं के प्रभाव का आकलन किया जाता है। इससे वायु प्रदूषण को कम करने के उपायों की सिफारिश हो सकती है, जैसे स्वच्छ ईंधन का उपयोग करना या निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों को लागू करना।
  • जल गुणवत्ता: EIA के तहत जल स्रोतों के प्रदूषण सहित जल गुणवत्ता पर परियोजनाओं के प्रभाव का मूल्यांकन किया जाता है। इससे जल की गुणवत्ता की रक्षा के लिये उपायों की सिफारिश होती है, जैसे अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों को लागू करना या कम प्रदूषणकारी रसायनों का उपयोग करना।
  • स्वास्थ्य जोखिम मूल्यांकन: EIA के तहत आस-पास के समुदायों पर संभावित स्वास्थ्य प्रभावों की पहचान करने के क्रम में स्वास्थ्य जोखिम मूल्यांकन शामिल है। इस मूल्यांकन से स्वास्थ्य निगरानी कार्यक्रमों या हानिकारक पदार्थों के संपर्क को कम करने के उपायों की सिफारिशें की जा सकती है।
    • दिल्ली मेट्रो रेल परियोजना के संदर्भ में EIA के तहत एक स्वास्थ्य प्रभाव मूल्यांकन शामिल था जिसके तहत ध्वनि प्रदूषण एवं वायु प्रदूषण से होने वाले संभावित खतरों की पहचान की गई। इस मेट्रो मार्ग पर ध्वनि अवरोधक एवं हरित पट्टी जैसे शमन उपाय लागू किये गए।

EIA और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना:

  • संभावित स्थलों की पहचान:
    • EIA से पवन फार्म या सौर पार्क जैसी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिये उपयुक्त स्थलों की पहचान करने में मदद मिलती है।
    • इससे इन परियोजनाओं के पर्यावरणीय प्रभाव का आकलन होता है तथा इसके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिये शमन उपायों की सिफारिश की जाती है।
  • विकास योजनाओं के साथ एकीकरण:
    • EIA द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को विकास योजनाओं के साथ एकीकृत किया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि ये सतत् विकास लक्ष्यों के साथ संरेखित हों सकें। इस एकीकरण से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के विस्तार को बढ़ावा मिलता है।
    • भारत में भड़ला सोलर पार्क के संदर्भ में EIA द्वारा परियोजना के पर्यावरणीय प्रभाव का आकलन करने के साथ भूमि क्षरण को कम करने एवं वन्यजीव आवासों की रक्षा के उपायों की सिफारिश की गई। इस परियोजना से भारत की सौर ऊर्जा क्षमता बढ़ाने में मदद मिली है।

निष्कर्ष:

पर्यावरणीय प्रभाव आकलन की आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं स्वास्थ्य प्रभाव आकलन के साथ नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका है। संबंधित कमज़ोरियों की पहचान करने, शमन उपायों की सिफारिश करने तथा विकास योजनाओं के साथ एकीकरण के माध्यम से EIA द्वारा सतत् विकास एवं पर्यावरण संरक्षण में योगदान मिलता है।