Sambhav-2024

दिवस 54

प्रश्न 1. वुड्स डिस्पैच को 'भारत में अंग्रेज़ी शिक्षा का मैग्नाकार्टा' माना जाता है। टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)

20 Jan 2024 | सामान्य अध्ययन पेपर 1 | इतिहास

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

हल करने का दृष्टिकोण:

  • वुड्स डिस्पैच का संक्षिप्त परिचय देते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिये।
  • उन प्रमुख कारणों पर चर्चा कीजिये जिससे इसे भारत में अंग्रेज़ी शिक्षा का मैग्नाकार्टा माना जाता है।
  • यथोचित निष्कर्ष लिखिये।

परिचय:

1854 के वुड्स डिस्पैच (जिसका नाम इसके प्रणेता सर चार्ल्स वुड के नाम पर रखा गया था) में शिक्षा से संबंधित व्यापक दिशा-निर्देश शामिल थे, जिन्होंने भारत में शिक्षा के विकास को आकार दिया। औपनिवेशिक शिक्षा प्रणाली पर इसके महत्त्वपूर्ण प्रभाव के कारण इसे 'भारत में अंग्रेज़ी शिक्षा का मैग्नाकार्टा' कहा जाता है।

मुख्य भाग:

इसे भारत में अंग्रेज़ी शिक्षा का मैग्नाकार्टा मानने के प्रमुख कारण:

  • एक व्यवस्थित शिक्षा नीति का प्रावधान: वुड्स डिस्पैच ने भारत के लिये एक व्यवस्थित और व्यापक शिक्षा नीति प्रस्तुत की। इसमें प्राथमिक से विश्वविद्यालय स्तर तक शिक्षा की एक सुव्यवस्थित और संरचित प्रणाली को रेखांकित किया गया।
  • स्थानीय शिक्षा पर बल: इसमें स्थानीय भाषाओं के महत्त्व को पहचाना गया और शिक्षा के माध्यम के रूप में अंग्रेज़ी के साथ-साथ स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने की सिफारिश की गई। इस कदम का उद्देश्य लोगों के बीच शिक्षा को अधिक सुलभ बनाना तथा ब्रिटिश शासकों एवं भारतीयों के बीच अंतराल को कम करना था।
  • शिक्षा के लिये लोक वित्तपोषण: वुड्स डिस्पैच शिक्षा में राज्य की भागीदारी के साथ इसके प्रचार हेतु सरकारी धन के आवंटन की आवश्यकता पर बल देता है। इससे भारत में शैक्षणिक संस्थानों के विकास एवं वित्तपोषण में सरकार की सक्रिय भूमिका के आधार को बल मिला।
  • महिला शिक्षा पर बल: इसमें महिलाओं को शिक्षित करने के महत्त्व को स्वीकार करते हुए बालिकाओं के लिये स्कूलों की स्थापना की सिफारिश की गई। महिला शिक्षा के प्रति यह प्रगतिशील रुख पारंपरिक मानदंडों को चुनौती देने और सामाजिक सुधार में योगदान देने के क्रम में एक महत्त्वपूर्ण कदम था।
  • पश्चिमी पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र को अपनाना: इसमें ऐसे पाठ्यक्रम की वकालत की गई जो पश्चिमी ज्ञान एवं वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित हो। इससे भारतीय शिक्षा में पश्चिमी विषयों एवं शैक्षणिक पद्धतियों का समावेश होने से देश के बौद्धिक परिदृश्य को आकार मिला।

निष्कर्ष:

वुड्स डिस्पैच से औपनिवेशिक भारत की शिक्षा व्यवस्था पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। विश्वविद्यालयों की स्थापना से कलकत्ता, बॉम्बे एवं मद्रास जैसे प्रमुख शहरों में शिक्षण संस्थानों की स्थापना हुई। ये पश्चिमी ज्ञान के प्रसार हेतु महत्त्वपूर्ण केंद्र बन गए, जिससे भारत में एक शिक्षित वर्ग के विकास में योगदान मिला।