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Sambhav-2024

  • 30 Dec 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास

    दिवस 36

    Q2. विजयनगर साम्राज्य के संबंध में विदेशी यात्रियों के वृत्तांतों का मूल्यांकन कीजिये। (150 शब्द)

    उत्तर

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • प्रश्न के संदर्भ को ध्यान में रखते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिये
    • इस अवधि से संबंधित प्रमुख विदेशी यात्रियों एवं उनके अवलोकनों पर चर्चा कीजिये।
    • यथोचित निष्कर्ष लिखिये।

    परिचय:

    विदेशी यात्रियों के वृत्तांत हमें एक मूल्यवान ऐतिहासिक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं जिसके माध्यम से कोई भी विजयनगर साम्राज्य की जीवंतता और जटिलता की झलक देख सकता है।

    मुख्य भाग:

    • विजयनगर साम्राज्य का दौरा करने वाले प्रमुख विदेशी यात्री:
    • इब्न बतूता (मोरक्को):
      • उसने अपनी पुस्तक रेहला में हरिहर प्रथम के शासनकाल का विवरण दिया है
      • उसने विजयनगर साम्राज्य की समृद्धि एवं भव्यता के साथ साम्राज्य के भीतर धार्मिक सहिष्णुता तथा विविध सांस्कृतिक प्रथाओं पर प्रकाश डाला।
    • अब्दुर रज्ज़ाक (फारस):
      • उसने देवराय द्वितीय के समय फारस के तिमुरिड वंश के शासक शाहरुख के राजदूत के रूप में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था।
      • उसने विजयनगर साम्राज्य के कुशल प्रशासन एवं संगठन की प्रशंसा की थी।
    • निकोलो डी. कांटी (इटली):
      • उसने देवराय द्वितीय के समय में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था।
      • उसने क्षेत्रीय व्यापार एवं वाणिज्य के संबंध में विजयनगर की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला था।
    • डोमिंगो पायस (पुर्तगाली यात्री):
      • उसने प्राचीन शहर हम्पी के सभी ऐतिहासिक विवरणों का सबसे विस्तृत विवरण दिया था, जो कृष्ण देवराय के अधीन विजयनगर साम्राज्य का प्रमुख स्थल था।
      • उसने इस बात पर प्रकाश डाला कि कृष्णदेव एक महान शासक थे।
    • फर्नाओ नुनिज़ (पुर्तगाली लेखक):
      • उसके अनुसार श्रीलंका, पुलिकट, पेगु और तेनासेरिज़्म के राजाओं ने देवराय द्वितीय को भेंट अर्पित की।
      • उसके समय साम्राज्य की काफी समृद्धि हुई थी।
    • डुआर्टे बारबोसा (पुर्तगाली लेखक):
      • उसने अपनी पुस्तक, "एन अकाउंट ऑफ कंट्रीज़ बॉर्डरिंग द इंडियन ओशन एंड देयर इन्हेबीटेंट" में कृष्णदेव राय के अधीन विजयनगर शासन का विस्तृत विवरण दिया था।
      • उसने विवाह समारोहों और सामाजिक समारोहों सहित स्थानीय रीति-रिवाज़ों के बारे में जानकारी प्रदान की।
    • आलोचना:
      • सांस्कृतिक पूर्वाग्रह: विदेशी यात्रियों के विवरण में अक्सर सांस्कृतिक पूर्वाग्रह होते हैं जो पर्यवेक्षकों की पूर्वकल्पित धारणाओं को प्रतिबिंबित कर सकते हैं।
      • चयनात्मक फोकस: विदेशी यात्रियों के अक्सर व्यापार, धर्म या शासन जैसे विशिष्ट हित होते थे, जिसके कारण उनके विवरणों में निश्चित आयामों पर बल दिया जाता था।

    निष्कर्ष:

    ये विदेशी वृत्तांत विजयनगर की सांस्कृतिक समृद्धि, आर्थिक जीवंतता एवं शासन पद्धतियों की ऐतिहासिक विरासत के संबंध में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं जो वर्तमान समय में हमें इसके संबंध में जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

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