Sambhav-2024

दिवस 31

Q.1 अन्य महाजनपदों की तुलना में भारतीय उपमहाद्वीप में किस प्रकार से मगध साम्राज्य का एक प्रमुख राजनीतिक शक्ति के रूप में उदय हुआ था? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये। (150 शब्द)

25 Dec 2023 | सामान्य अध्ययन पेपर 1 | इतिहास

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

हल करने का दृष्टिकोण:

  • प्रश्न के संदर्भ को ध्यान में रखते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिये।
  • मगध के प्रभुत्व में योगदान देने वाले विभिन्न कारकों की चर्चा कीजिये।
  • उचित निष्कर्ष लिखिये।

परिचय:

मगध साम्राज्य (भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी भाग में स्थित एक प्राचीन साम्राज्य) ने महाजनपद काल (600 ईसा पूर्व से 324 ईसा पूर्व तक) के दौरान राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस काल के दौरान मगध साम्राज्य का उदय भौगोलिक, राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य कारकों से प्रभावित था।

मुख्य भाग:

मगध के विस्तार में योगदान देने वाले विभिन्न कारक:

  • भौगोलिक स्थिति: उपजाऊ गंगा के मैदानों के परिणामस्वरूप मगध की भौगोलिक स्थिति में इसकी कृषि समृद्धि और व्यापार तथा वाणिज्य ने इसे रणनीतिक स्थिति प्रदान की। सबसे समृद्ध लौह भंडार मगध के आसपास थे।
  • कृषि समृद्धि: गंगा के मैदानी इलाकों की उपजाऊ मृदा कृषि उत्पादन हेतु अनुकूल थी। अधिशेष खाद्य संसाधनों ने मगध की आर्थिक स्थिरता में योगदान देने के साथ बढ़ती आबादी को भोजन उपलब्ध कराया जिससे शहरी केंद्रों के विकास को बढ़ावा मिला।
  • महत्त्वाकांक्षी शासक: इस अवधि के दौरान मगध का सबसे बड़े राज्य के रूप में उदय बिम्बिसार, अजातशत्रु और महापद्म नंद जैसे कई उद्यमशील तथा महत्त्वाकांक्षी शासकों के कारण भी हुआ था।
  • विवाह गठबंधन: मगध के शासकों ने रणनीतिक रूप से पड़ोसी राज्यों के साथ विवाह संबंध बनाए। राजा बिम्बिसार (मगध के शुरुआती शासकों में से एक) अपने कूटनीतिक कौशल एवं वैवाहिक गठबंधनों के लिये जाने जाते हैं, जिससे इस राज्य के प्रभाव का विस्तार करने में मदद मिली।
  • सैन्य शक्ति: मगध के शासकों ने सैन्य कौशल का प्रदर्शन किया था। उन्होंने विस्तारवादी नीति अपनाई जिसने एक प्रमुख शक्ति के रूप में मगध के उदय में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। युद्ध में बड़े पैमाने पर हाथियों का उपयोग करने वाला मगध पहला राज्य था।
  • सामरिक सुरक्षा: मगध के शासकों ने इस साम्राज्य को बाहरी खतरों से बचाने के लिये किलेबंदी करने के साथ सैन्य बुनियादी ढाँचे सहित रणनीतिक सुरक्षा हेतु निवेश किया। इससे क्षेत्रीय अखंडता एवं सुरक्षा बनाए रखने में मदद मिली।

निष्कर्ष:

इन सभी कारणों से मगध, अन्य राज्यों को हराने तथा भारत में इतना विशाल साम्राज्य स्थापित करने में सफल रहा। मगध साम्राज्य का उदय विभिन्न तत्त्वों की जटिल परस्पर क्रिया का उदाहरण है जिसने इसे प्राचीन भारत में गतिशीलता एवं प्रमुखता प्रदान की।