Q.1 विदेशों में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने तथा संरक्षित करने में भारतीय प्रवासियों की भूमिका का मूल्यांकन कीजिये । (150 शब्द)
दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर
हल करने का दृष्टिकोण:
- उत्तर की शुरुआत परिचय से कीजिये जो प्रश्न के लिये एक संदर्भ निर्धारित करता है।
- विदेशों में भारतीय संस्कृति के संरक्षण में प्रवासी भारतीयों की भूमिका पर चर्चा कीजिये।
- तद्नुसार निष्कर्ष लिखिये।
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परिचय:
गिरमिटिया व्यवस्था के तहत भारतीयों के पहले जत्थे को पूर्वी प्रशांत और कैरेबियाई द्वीपों के देशों में गिरमिटिया मज़दूरों के रूप में ले जाए जाने के बाद से भारतीय प्रवासियों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। वर्ष 2022 में प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड माइग्रेशन रिपोर्ट के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, वर्ष 2020 में विश्व भर में किसी भी देश की तुलना में भारत के सबसे अधिक लोग विदेश में रहते थे।
मुख्य भाग:
भारतीय प्रवासी विदेशों में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने और संरक्षित करने में विविध भूमिकाएँ निभाते हैं:
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना:
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रदर्शनों और प्रदर्शनियों की मेज़बानी करना, जो अंतर-सांस्कृतिक हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करते हैं।
- इंडोनेशिया के प्रमुख कठपुतली रंगमंचों (वेयांग गोलेक और वेयांग कुलित) में अपने प्रदर्शनों की सूची का अधिकांश भाग रामायण और महाभारत के स्वदेशी संस्करणों से प्राप्त करते हैं।
- वैश्विक फिल्म और टेलीविज़न उद्योग में भारतीय प्रवासियों की भागीदारी अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों को भारतीय सिनेमा से परिचित कराती है।
- प्रभाव को बढ़ावा देना:
- भारतीय प्रवासियों द्वारा व्यक्तिगत कथाएँ साझा करने के लिये ब्लॉगिंग और डिजिटल कहानियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।
- प्रवासी भारतीयों के नेतृत्व में भारतीय रेस्तरां और पाक-कला पहलों के माध्यम से भारतीय व्यंजनों ने वैश्विक लोकप्रियता हासिल की।
- भाषा और शिक्षा को बढ़ावा देना:
- प्रवासी भारतीय विरासत से संबंधित अनुसंधान और शैक्षणिक प्रयासों में योगदान देते हैं।
- प्रवासी समुदायों में भारतीय भाषाएँ, विशेषकर हिंदी और क्षेत्रीय भाषाएँ सिखाने के लिये कई प्रयास किये जा रहे हैं।
- 12वाँ विश्व हिंदी सम्मेलन, 2023 फिजी में आयोजित हुआ।
- उत्सव के माध्यम से परंपराओं का संरक्षण:
- दिवाली उत्सव अब कैलिफोर्निया में डिज़नीलैंड और न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वायर जैसे प्रमुख स्थानों पर मनाया जाता है।
- मेज़बान देशों में त्योहारों, धार्मिक समारोहों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का निरंतर उत्सव भारतीय परंपरा को संरक्षित करता है।
- वित्तीय सहायता:
- वर्ष 2022 में जारी विश्व बैंक प्रवासन और विकास ब्रीफ के अनुसार, पहली बार कोई एकल देश, भारत, वार्षिक प्रेषण में 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक प्राप्त करने की राह पर है।
- यह वित्तीय सांस्कृतिक जागरूकता और एकता को बढ़ावा देने वाले प्रवासी संचालित सामाजिक तथा धार्मिक संगठनों के गठन का समर्थन करता है।
निष्कर्ष:
भारतीय प्रवासी वैश्विक मंच पर भारत की छवि को मज़बूत करने के लिये सद्भाव रूप से मूल्यवान सेतुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत, वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ, पारंपरिक रूप से वैश्विक शांति और प्रगति को बढ़ावा देने के लिये सॉफ्ट पॉवर अभ्यास का केंद्र रहा है, ऐसे में प्रवासी भारतीयों ने उस भूमिका को सही मायने में निभाया है।