Sambhav-2024

दिवस 10

प्रश्न.2 संसदीय समूह क्या है? यह भारतीय संसद और अंतर-संसदीय संघ के बीच बातचीत को कैसे सुविधाजनक बनाता है? (150 शब्द)

30 Nov 2023 | सामान्य अध्ययन पेपर 2 | राजव्यवस्था

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

हल करने का दृष्टिकोण:

  • संसदीय समूह और अंतर-संसदीय संघ को परिभाषित कीजिये।
  • संसदीय समूह की विभिन्न गतिविधियों और पहलों की व्याख्या कीजिये तथा वे भारतीय संसद एवं अंतर-संसदीय संघ के साथ-साथ अन्य संसदों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के बीच बातचीत को कैसे सुविधाजनक बनाते हैं।
  • उपयुक्त निष्कर्ष लिखिये।

परिचय:

संसदीय समूह एक स्वायत्त निकाय है जिसमें संसद के वर्तमान या पूर्व सदस्य शामिल होते हैं। लोकसभा का अध्यक्ष इसका पदेन अध्यक्ष होता है।

अंतर-संसदीय संघ (Inter-Parliamentary Union- IPU) राष्ट्रीय संसदों का एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य अपने सदस्यों के बीच लोकतंत्र, शांति और सहयोग को बढ़ावा देना तथा बनाए रखना है।

  • भारत में संसदीय समूह की स्थापना 16 अगस्त, 1948 को संविधान सभा द्वारा अपनाए गए एक प्रस्ताव के बाद 1949 में की गई थी। संसदीय समूह की सदस्यता भारतीय संसद के सभी वर्तमान या पूर्व सदस्यों के लिये खुली है।
  • लोकसभा अध्यक्ष समूह के पदेन अध्यक्ष होते हैं और लोकसभा के उपाध्यक्ष तथा राज्यसभा के उपसभापति समूह के पदेन उपाध्यक्ष होते हैं।
  • लोकसभा का महासचिव समूह के पदेन महासचिव के रूप में कार्य करता है।
  • संसदीय समूह का उद्देश्य भारतीय संसद के सदस्यों के बीच व्यक्तिगत संपर्क को बढ़ावा देना, सार्वजनिक महत्त्व के प्रश्नों का अध्ययन करना, व्याख्यान और सेमिनार की व्यवस्था करना तथा अंतर-संसदीय संबंधों को बढ़ावा देना है।

संसदीय समूह निम्नलिखित तरीकों से भारतीय संसद और अंतर-संसदीय संघ (IPU) के बीच बातचीत की सुविधा प्रदान करता है:

  • यह भारत के लिये IPU के राष्ट्रीय समूह के रूप में कार्य करता है तथा IPU असेंबली और बैठकों में देश का प्रतिनिधित्व करता है।
  • यह IPU के माध्यम से अन्य संसदों के साथ प्रतिनिधिमंडलों, सद्भावना मिशनों और दस्तावेज़ों के आदान-प्रदान का समन्वय करता है।
  • यह संसद के सदस्यों के लिये अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के विभिन्न मुद्दों पर सेमिनार, चर्चा और अभिविन्यास पाठ्यक्रम आयोजित करता है।
  • यह सांसदों के बीच लोकतंत्र, मानवाधिकार, शांति और सहयोग जैसे IPU के मूल्यों तथा सिद्धांतों को बढ़ावा देता है।

महत्त्व और लाभ:

  • संसदीय समूह भारतीय संसद और अंतर-संसदीय संघ के साथ-साथ अन्य संसदों तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के बीच आम हित एवं चिंता के विभिन्न मुद्दों, जैसे लोकतंत्र, मानवाधिकार, शांति, सुरक्षा, विकास, जलवायु परिवर्तन, लैंगिक समानता, युवा सशक्तिकरण आदि पर बातचीत, सहयोग व आपसी समझ विकसित करने के लिये एक मंच प्रदान करके बातचीत की सुविधा प्रदान करता है।
  • संसदीय समूह वैश्विक क्षेत्र में भारतीय संसद की भूमिका और प्रभाव को भी बढ़ाता है तथा भारतीय संसदीय प्रणाली एवं लोकतंत्र की उपलब्धियों व सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदर्शित करता है।

निष्कर्ष:

संसदीय समूह भारत में संसदीय लोकतंत्र और अंतर-संसदीय संबंधों को मज़बूत करने तथा भारतीय संसद, अंतर-संसदीय संघ के साथ-साथ अन्य देशों की संसदों तथा अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के बीच बातचीत को बढ़ावा देने के लिये एक महत्त्वपूर्ण एवं आवश्यक संस्था है।