दिवस 7
प्रश्न- 1. भारत और ब्रिटेन की संसदीय शासन प्रणाली की तुलना कीजिये।
प्रश्न- 2. भारत में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पद से संबंधित भूमिका, उत्तरदायित्वों और विवेकाधिकारों का उल्लेख कीजिये।
16 Nov 2022 | सामान्य अध्ययन पेपर 2 | राजव्यवस्थाउत्तर: 1
हल करने का दृष्टिकोण:
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परिचय
मुख्य भाग
भारत में सरकार की संसदीय प्रणाली काफी हद तक ब्रिटिश संसदीय प्रणाली पर आधारित है। हालाँकि यह कभी भी पूरी तरह से ब्रिटिश प्रणाली के अनुरूप नहीं रही है और यह निम्नलिखित मामलों में इससे भिन्न है:
1. राज्य का प्रमुख: भारत में ब्रिटिश की राजतंत्रीय व्यवस्था के स्थान पर एक गणतांत्रिक व्यवस्था को अपनाया गया है। दूसरे शब्दों में भारत में राज्य का प्रमुख (राष्ट्रपति) निर्वाचित होता है, जबकि ब्रिटेन में राज्य के प्रमुख (राजा या रानी) को वंशानुगत पद प्राप्त होता है।
2. संसद की सर्वोच्चता: ब्रिटिश प्रणाली संसद की संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है जबकि भारत में संसद सर्वोच्च नहीं है और यहाँ लिखित संविधान, संघीय प्रणाली, न्यायिक समीक्षा एवं मौलिक अधिकारों के कारण इसे सीमित शक्तियाँ प्राप्त होती हैं ।
3. सरकार का प्रमुख: ब्रिटेन में प्रधानमंत्री को संसद के निचले सदन (हाउस ऑफ कॉमन्स) का सदस्य होना चाहिये। भारत में प्रधानमंत्री संसद के दोनों सदनों में से किसी का भी सदस्य हो सकता है।
4. मंत्री: आमतौर पर ब्रिटेन में केवल संसद सदस्यों को ही मंत्री के रूप में नियुक्त किया जाता है। भारत में कोई ऐसा व्यक्ति जो संसद का सदस्य नहीं है तो उसे भी अधिकतम छह महीने की अवधि के लिये मंत्री के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।
5. विधिक उत्तरदायित्व की प्रणाली: ब्रिटेन में मंत्री की विधिक ज़िम्मेदारी की व्यवस्था है जबकि भारत में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। ब्रिटेन के विपरीत भारत में मंत्रियों को राज्य के प्रमुख के आधिकारिक कृत्यों पर प्रतिहस्ताक्षर करने की आवश्यकता नहीं होती है।
6. छाया कैबिनेट: यह ब्रिटिश कैबिनेट प्रणाली की एक अद्वितीय संस्था है। इसका गठन विपक्षी दल द्वारा सत्तारूढ़ कैबिनेट को संतुलित करने और अपने सदस्यों को भविष्य के मंत्रिस्तरीय कार्यालय के लिये तैयार करने हेतु किया जाता है। भारत में ऐसी कोई संस्था नहीं है।
निष्कर्ष
हालाँकि भारत ने सरकार की संसदीय प्रणाली को अपनाया है लेकिन भारत की संसद ब्रिटेन की संसद के समान नहीं है, क्योंकि ब्रिटेन की संसद संप्रभु है।
उत्तर: 2
हल करने का दृष्टिकोण:
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परिचय
संविधान के भाग V में अनुच्छेद 52 से 78 संघीय कार्यपालिका से संबंधित हैं। संघ की कार्यपालिका में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रिपरिषद और भारत के महान्यायवादी शामिल होते हैं। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों ही भारत की राजनीति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और बहुत महत्त्व रखते हैं।
मुख्य भाग
भारत के राष्ट्रपति की भूमिकाएँ और शक्तियाँ
भारत के उपराष्ट्रपति की भूमिकाएँ और शक्तियाँ
उपराष्ट्रपति का पद देश का दूसरा सबसे बड़ा पद होता है। आधिकारिक रुप से वरीयता के क्रम में इसे राष्ट्रपति के बाद रखा जाता है। यह पद अमेरिकी उपराष्ट्रपति के पद से प्रेरित है।
उपराष्ट्रपति की दोहरी भूमिका होती है:
1. यह राज्य सभा के पदेन सभापति के रूप में कार्य करता है। इस आलोक में इसकी शक्तियाँ और कार्य लोकसभा अध्यक्ष के समान होते हैं। इस संबंध में यह अमेरिकी उपराष्ट्रपति के समान है, जो अमेरिकी विधानमंडल के ऊपरी सदन सीनेट के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करता है।
2. जब राष्ट्रपति का पद इस्तीफा, महाभियोग, मृत्यु या अन्य किसी कारण से रिक्त होता है तब यह राष्ट्रपति के रूप में कार्य करता है। यह अधिकतम छह महीने की अवधि के लिये ही राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर सकता है और इस अवधि के दौरान नए राष्ट्रपति का चुनाव किया जाता है। इसके अलावा जब मौजूदा राष्ट्रपति अनुपस्थिति, बीमारी या किसी अन्य कारण से अपने कार्यों का निर्वहन करने में असमर्थ होता है तो उपराष्ट्रपति इसके कार्यों का निर्वहन तब तक करता है जब तक कि राष्ट्रपति अपना पद ग्रहण नहीं कर लेता है।
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की विवेकाधीन शक्तियाँ
जब तक उपराष्ट्रपति, भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य नहीं करता है तब तक उसके पास कोई संवैधानिक विवेकाधीन शक्तियाँ नहीं होती हैं, राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के दौरान इसे भारत के राष्ट्रपति की विवेकाधीन शक्तियाँ प्राप्त होती हैं। हालाँकि राष्ट्रपति के पास कोई संवैधानिक विवेकाधिकार नहीं होता है लेकिन निम्नलिखित मामलों में स्थितिजन्य विवेकाधिकार प्राप्त होता है:
निष्कर्ष
राष्ट्रपति के रूप में कार्य करते समय या राष्ट्रपति के कार्यों का निर्वहन करते हुए उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के सभापति के रुप में कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करता है। इस अवधि के दौरान इसके कर्तव्यों का निर्वहन, राज्यसभा के उपसभापति द्वारा किया जाता है।