पीआरएस एक विधायी शोध (Legislative Research) है। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसका उद्देश्य 'भारत में विधायी प्रक्रिया को बेहतर तरीके से सूचित करना, अधिक पारदर्शी और सहभागितापूर्ण' बनाना है। यह विधायी और नीतिगत मुद्दों पर शोध सहायता प्रदान करने के लिये विभिन्न राजनितिक दलों के सांसदों के साथ मिलकर काम करता है। यह भारत के उन चुनिंदा संगठनों में से एक है जो संसद के समस्त कार्यकलाप पर नज़र रखते हैं। पीआरएस, संसद संबंधित विशिष्ट डेटा, पृष्ठभूमि और प्रमुख मुद्दों के विश्लेषण तक पहुँच प्रदान करने के लिये एक व्यापक एवं विश्वसनीय माध्यम है। इसका उद्देश्य भारतीय संसद और विधायी प्रक्रिया से संबंधित सभी मुद्दों पर विचार-विमर्श करना, और संसद और संबंधित संस्थानों के कामकाज पर विस्तृत जानकारी प्रदान करना है।
हमारा लक्ष्य
इस खंड के अंतर्गत हम आपको पीआरएस का एक मासिक कैप्सूल उपलब्ध कराते हैं जिसमें संगठन द्वारा जारी मासिक नीतिगत समीक्षा दस्तावेज़ों की प्रमुख खबरों, विश्लेषणों आदि को शामिल किया जाता है। हमारा लक्ष्य आपको पीआरएस शोध का एक संक्षिप्त एवं परिष्कृत रूप प्रदान करना है ताकि UPSC के लिये आवश्यक सभी आयामों को अधिक बेहतर ढंग से तैयार किया जा सके। हमारा मानना है कि प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षाओं के लिये पीआरएस शोध अत्यंत महत्त्वपूर्ण है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस खंड की शुरुआत की गई है।