स्वच्छता कार्य योजना
चर्चा में क्यों?
6 सितंबर, 2019 को राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 2018-19 के लिये स्वच्छता कार्य योजना के कार्यान्वयन हेतु भारतीय रेल को सर्वश्रेष्ठ मंत्रालय का पुरस्कार प्रदान किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (Chhatrapati Shivaji Maharaj Terminus-CST), मुंबई को सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थल का पुरस्कार प्रदान किया।
- वर्ष 2018 के स्वच्छता सर्वेक्षण के तीन सबसे स्वच्छ स्टेशनों- जोधपुर, जयपुर और तिरुपति को भी पुरस्कृत किया गया।
रेलवे की कार्य योजना
- भारतीय रेल ने वर्ष 2018-19 के दौरान अपनी परिसंपत्तियों की स्वच्छता पर 3000 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की है।
स्वच्छता कार्य योजना
Swachhata Action Plan-SAP
- स्वच्छ भारत योजना, स्वच्छ भारत मिशन के तहत एक प्रमुख पहल है।
- इस कार्य योजना के तहत सभी मंत्रालय और विभाग एकसाथ मिलकर वर्ष 2019 तक स्वच्छ भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में योगदान कर रहे हैं।
- 1 अप्रैल, 2017 को SAP को औपचारिक रूप से 72 मंत्रालयों और विभागों की सक्रिय भागीदारी के साथ लॉन्च किया गया था।
- कार्यान्वयन के पहले वर्ष (वित्त वर्ष 2017-18) के दौरान, सभी मंत्रालयों और विभागों ने 18,000 करोड़ रुपए से अधिक के वित्तीय योगदान के साथ-साथ कई नवीन योजनाओं को शुरू किया।
- SAP के तहत गाँवों को गोद लेने, स्वच्छता के बुनियादी ढाँचे के लिये समर्थन, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, स्वच्छ स्मारक, स्कूली स्वच्छता, अस्पतालों में बेहतर स्वच्छता व्यवस्था तथा प्रतिष्ठित स्थानों, आदि सहित कई गतिविधियों को शामिल किया गया है।
- पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय (Ministry of Drinking Water and Sanitation), SAP की नोडल एजेंसी होने के कारण मंत्रालयों और विभागों द्वारा SAP को कार्यान्वित किये जाने के साथ-साथ कार्यशील विचारों, कार्यान्वयन हेतु आवश्यक सहायता तथा ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवश्यकतानुसार रिपोर्टिंग एवं निगरानी सुविधा प्रदान करने में संलग्नित है।
- कैबिनेट सचिव (Cabinet Secretary) की अगुवाई में सचिवों की समिति के स्तर पर भी SAP की निगरानी की जा रही है।