Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 02 नवंबर, 2021
‘आर्मी एविएशन कोर’ का 36वाँ स्थापना दिवस
01 नवंबर, 2021 को ‘आर्मी एविएशन कोर’ द्वारा अपना 36वाँ स्थापना दिवस मनाया गया। ‘आर्मी एविएशन कोर’ अथवा सेना विमानन कोर भारतीय सेना का एक घटक है जिसका गठन 1 नवंबर, 1986 को किया गया था। ‘आर्मी एविएशन कोर’ द्वारा निभाई जाने वाली मुख्य भूमिकाओं में सैन्य परीक्षण, निगरानी, हताहत लोगों की निकासी, आवश्यक वस्तुएँ पहुँचाना, युद्ध के दौरान खोज एवं बचाव कार्य आदि शामिल है। ‘आर्मी एविएशन कोर’ के हेलीकॉप्टर शांतिकाल में मानवीय सहायता एवं आपदा राहत अभियानों में भी भाग लेते हैं। कुछ स्थितियों में आर्मी एविएशन कोर भी ‘एयरबोर्न कमांड पोस्ट’ (Airborne Command Posts) के रूप में कार्य कर सकता है और यदि आवश्यक हो तो वे ‘ग्राउंड कमांड पोस्ट’ (Ground Command Posts) की भी जगह ले सकते हैं। गौरतलब है कि यह सियाचिन ग्लेशियर सहित ऊँचाई वाले क्षेत्रों में सेना की तैनाती में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जून 2021 में सेना विमानन कोर में पहली बार हेलीकॉप्टर पायलट ट्रेनिंग के लिये दो महिला अधिकारियों का चयन किया गया था। वे जुलाई 2022 में अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद फ्रंट-लाइन फ्लाइंग ड्यूटी में शामिल होंगी।
‘डेयरी सहकार’ योजना
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अमूल के 75वें स्थापना वर्ष समारोह के अवसर पर ‘डेयरी सहकार’ योजना का शुभारंभ किया है। ‘डेयरी सहकार’ योजना को 5000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय के अधीन ‘राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम’ (NCDC) द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य ‘सहकारिता से समृद्धि तक’ के लक्ष्य को प्राप्त करना है। इस योजना के माध्यम से डेयरी सहकार के तहत पात्र सहकारी संस्थाओं की वित्तीय मदद की जाएगी, ताकि वे पशुधन विकास, दूध की खरीद, प्रसंस्करण, गुणवत्ता सुनिश्चितता, मूल्य संवर्द्धन, पैकेजिंग, विपणन, माल यातायात, दूध और दुग्ध उत्पादों के भंडारण तथा ‘किसानों की आय दोगुनी करने’ व‘आत्मनिर्भर भारत’ के समग्र उद्देश्य के तहत दुग्ध उत्पादों के निर्यात संबंधी गतिविधियाँ चला सकें। ज्ञात हो कि केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अधीन पशुपालन एवं डेयरी विभाग, पशुपालन तथा डेयरी सेक्टर के विकास के लिये विभिन्न योजनाओं का भी क्रियान्वयन कर रहा है। ‘डेयरी सहकार’ योजना से देश के डेयरी सेक्टर को मज़बूत करने के मौजूदा प्रयासों को बल मिलेगा।
तटरक्षक जहाज़ 'सार्थक'
राष्ट्र की समुद्री सुरक्षा की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए स्वदेशी रूप से निर्मित भारतीय तटरक्षक जहाज़ 'सार्थक' को भारतीय तटरक्षक द्वारा कमीशन किया गया। भारतीय तटरक्षक जहाज़ ‘सार्थक’ गुजरात के पोरबंदर में स्थित रहेगा और तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर-पश्चिम) के कमांड के संचालन तथा प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत के पश्चिमी समुद्र तट से संचालित होगा। ‘सार्थक’ जहाज़ की कमान उप-महानिरीक्षक ‘एम.एम. सैयद’ के पास है और इसमें 11 अधिकारी तथा 110 अन्य कर्मी शामिल हैं। ‘सार्थक’ जहाज़ ‘गोवा शिपयार्ड लिमिटेड’ द्वारा भारतीय तटरक्षक बल के लिये बनाए जा रहे पाँच ‘ऑफशोर पेट्रोल व्हीकल’ (OPVs) की शृंखला में चौथा है। ‘ऑफशोर पेट्रोल व्हीकल’ एक बहु-मिशन प्लेटफॉर्म हैं, जो समवर्ती संचालन में सक्षम हैं। 105 मीटर लंबा यह जहाज़ दो 9,100 किलोवाट डीज़ल इंजन द्वारा संचालित है, जिसे 26 समुद्री मील की अधिकतम गति के साथ डिज़ाइन किया गया है। यह जहाज़ अत्याधुनिक उपकरणों, मशीनरी, सेंसर और हथियारों से सुसज्जित है।
सर्वश्रेष्ठ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली: सूरत
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की हालिया घोषणा के मुताबिक, सूरत शहर ने देश में ‘सर्वश्रेष्ठ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली’ का पुरस्कार जीता है, जबकि कोच्चि को सबसे ‘सतत् परिवहन प्रणाली’ वाला शहर माना गया है। ये पुरस्कार आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी द्वारा एक दिवसीय ‘अर्बन मोबिलिटी इंडिया कॉन्फ्रेंस’ के अंत में प्रदान किये गए। इसके अलावा राजधानी दिल्ली को ‘चांदनी चौक पुनर्विकास परियोजना’ हेतु सर्वश्रेष्ठ गैर-मोटर चालित परिवहन प्रणाली वाले शहर का पुरस्कार मिला। साथ ही दिल्ली ने ‘सर्वश्रेष्ठ मेट्रो यात्री सेवा’ का पुरस्कार भी जीता। ज्ञात हो कि वर्तमान में दुनिया की शहरी आबादी, कुल आबादी का तकरीबन 56% है, जो कि वर्ष 2030 तक 60% तक बढ़ जाएगी और इस वृद्धि का लगभग 90% एशिया एवं अफ्रीका में दर्ज किया जाएगा। ऐसे में इस पुरस्कार का उद्देश्य सतत् शहरी विकास को बढ़ावा देने हेतु किये जा रहे प्रयासों को मान्यता प्रदान करना है।