भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
प्रीलिम्स के लिये:भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, भारतमाला परियोजना, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना, राष्ट्रीय राजमार्ग मेन्स के लिये:आधारिक संरचना विकास में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की भूमिका |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में ‘सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय’ (Ministry of Road Transport & Highways) के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों को मानसून के मौसम से पहले गड्ढा मुक्त कर और यातायात योग्य बनाए रखने के लिये, ‘भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण’ (National Highway Authority of India- NHAI) द्वारा अपने क्षेत्रीय अधिकारियों (Regional Officers-ROs) और परियोजना निदेशकों को दिशा-निर्देश जारी किये गए है।
प्रमुख बिंदु:
- NHAI मुख्यालय अपने प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर- डेटा लेक (Project Management Software– Data Lake ) के माध्यम से इस पूरे कार्य की प्रगति की बारीकी से निगरानी करेगा।
- जहाँ मरम्मत संबंधी अन्य जानकारी के अलावा मरम्मत कार्यों से पहले और बाद की सभी तस्वीरें अपलोड की जाएंगी।
NHAI के बारे में
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का गठन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1988 के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, अनुरक्षण और प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए किया गया।
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को अन्य छोटी परियोजनाओं सहित, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (National Highways Development Project) का कार्य सौंपा गया है जिसमें 50,329 कि.मी. राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास, अनुरक्षण और प्रबंधन शामिल है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (NHDP) भारत में प्रमुख राजमार्गों को उच्च स्तर पर उन्नत, पुनर्व्यवस्थित और चौड़ा करने की एक परियोजना है।
- यह परियोजना वर्ष 1998 में शुरू की गई थी।
- NHAI का प्रमुख दृष्टिकोण वैश्विक मानकों के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क की व्यवस्था एवं अनुरक्षण के लिये राष्ट्र की आवश्यकता तथा भारत सरकार द्वारा निर्धारित महत्त्वपूर्ण नीतिगत ढाँचे के अंतर्गत अत्यंत समयबद्व एवं लागत प्रभावी तरीके से प्रयोक्तता की आशाओं को पूरा करना और इस तरह लोगों की आर्थिक समृद्धि एवं उनके जीवन स्तर को समुन्नत करना है।
- वित्तीय वर्ष 2019-20 में NHAI ने 3,979 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया है।
- NHAI भारतमाला परियोजना के चरण- I के तहत लगभग 27,500 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास के लिये प्रतिबद्ध है।
- सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा वर्ष 2017-18 से भारतमाला कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
- सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की महत्त्वाकांक्षी ‘भारतमाला परियोजना’ के प्रथम चरण के तहत 5,35,000 करोड़ रुपये की लागत से 34,800 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया जाएगा।
- इसके अंतर्गत आर्थिक कॉरीडोर, फीडर कॉरीडोर और इंटर कॉरीडोर, राष्ट्रीय कॉरीडोर, तटवर्ती सड़कों, बंदरगाह संपर्क सड़कों आदि का निर्माण किया जाएगा।
- इस कार्यक्रम की अवधि वर्ष 2017-18 से वर्ष 2021-22 तक है। चरण-1 में कुल 34,800 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जाना है।
NHAI के प्रमुख लक्ष्य:
- केंद्रीय सरकार द्वारा इसे सौंपे गए राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास, अनुरक्षण और प्रबंध करना।
- इसके समुचित प्रबंध के लिये राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों के प्रचालन को विनियमित, नियंत्रित करना और शुल्क संग्रहण करना।
- भारत तथा विदेशों में परामर्शी और निर्माण सेवाओं का विकास करना तथा राजमार्गों अथवा वहाँ अन्य सुविधाओं के विकास, अनुरक्षण और प्रबंधन के संबंध में अनुसंधान करना।
- राजमार्गों से संबंधित मामलों पर केंद्रीय सरकार को सलाह देना।
- राजमार्गों के विकास हेतु राज्य सरकार के साथ आपसी सहमति से तथा शर्तों पर योजनाओं को तैयार करने और कार्यान्वित करने के लिये किसी भी राज्य सरकार को सहयोग प्रदान करना।
राष्ट्रीय राजमार्ग:
- राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) यात्रियों और वस्तुओं के अंतर-राज्यीय आवागमन के लिये देश की महत्त्वपूर्ण सड़कें हैं।
- ये सड़कें देश में लंबाई और चैड़ाई में आर-पार फैली हुई हैं तथा राष्ट्रीय एवं राज्यों की राजधानियों, प्रमुख पत्तनों, रेल जंक्शनों, सीमा से लगी हुई सड़कों तथा विदेशी राजमार्गों को जोड़ती हैं।
- राजमार्ग/एक्सप्रेस वे देश में सड़कों की कुल लंबाई का केवल लगभग 1.7% हैं और कुल सड़क यातायात 40% इन सड़कों के माध्यम से होता है।