भारतीय नौसेना दिवस
वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ऑपरेशन ट्राइडेंट में भारतीय नौसेना के जवाबी हमले को चिह्नित करने के लिये प्रतिवर्ष 4 दिसंबर को ‘भारतीय नौसेना दिवस’ मनाया जाता है।
प्रमुख बिंदु
- परिचय
- भारतीय नौसेना की स्थापना वर्ष 1612 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा की गई थी।
- इस वर्ष, नौसेना ने वर्ष 1971 के युद्ध में भारत की जीत की 50वीं वर्षगाँठ को ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के थीम के साथ मनाने की योजना बनाई है।
- ऑपरेशन ट्राइडेंट
- यह वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान कराची बंदरगाह पर भारतीय नौसेना द्वारा किया गया जवाबी हमला था।
- भारत ने इस ऑपरेशन के दौरान पहली बार एंटी-शिप मिसाइलों का इस्तेमाल किया और पाकिस्तानी विध्वंसक जहाज़ ‘पीएनएस खैबर’ को नष्ट कर दिया था।
- भारतीय नौसेना के तीन युद्धपोतों - INS निपत, INS निर्घाट और INS वीर ने हमले में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- भारतीय नौसेना
- इसकी अध्यक्षता सर्वोच्च कमांडर के रूप में भारत के राष्ट्रपति करते हैं।
- भारतीय नौसेना का आदर्श वाक्य है- ‘शं नो वरुणः’ अर्थात् ‘जल के देवता वरुण हमारे लिये शुभ हों।’
- भारतीय नौसेना के कुछ शुरुआती अभियानों में वर्ष 1961 में गोवा को पुर्तगाल से मुक्त कराने में उसका योगदान शामिल है।
- परमाणु शक्ति से चलने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी- ‘आईएनएस अरिहंत’ और कई अन्य जहाज़ों के निर्माण के साथ नौसेना एक सराहनीय बल के रूप में विकसित हुई है।
- भारतीय नौसेना के पास वर्तमान में एक विमानवाहक पोत- आईएनएस विक्रमादित्य है, जिसे वर्ष 2013 में कमीशन किया किया गया था और यह पूर्व में एक पूर्व रूसी जहाज़ था।
- यह पनडुब्बियों के तीन वर्गों का संचालन करती है: चक्र (इसमें परमाणु ऊर्जा से चलने वाला आईएनएस चक्र है), सिंधुघोष और शिशुमार।
- INS विक्रांत नाम के स्वदेशी विमान वाहक ने हाल ही में (2021) समुद्री परीक्षण (परीक्षणों के अंतिम चरणों में से एक) शुरू किया है।
- मरीन कमांडो या मार्कोस भारतीय नौसेना की विशेष बल इकाई है, जिसे युद्ध, आतंकवाद विरोधी, विशेष अभियानों, बंधक बचाव और असममित युद्ध का संचालन करने हेतु प्रशिक्षित किया जाता है।
- यह 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों में प्रतिक्रिया देने वाला पहला संगठन था।