होर्मुज जलडमरूमध्य
चर्चा में क्यों?
हाल ही की फुजैराह, संयुक्त अरब अमीरात का एक अमीरात (Fujairah) के समीप चार वाणिज्यिक वाहनों में तोड़फोड़ की घटना सामने आई, यह अमीरात होर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) के ठीक सामने स्थित दुनिया का सबसे बड़ा बंकरिंग हब (Bunkering Hubs) है।
- फुजैराह बंदरगाह यू.ए.ई. का एकमात्र ऐसा टर्मिनल है जो अरब सागर के तट पर स्थित है और इसी मार्ग से अधिकतर कच्चे तेल का निर्यात भी किया जाता है।
- यह घटना एक ऐसे समय में घटित हुई है जब गल्फ क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। निश्चित रूप से इसके परिणामस्वरूप कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि होने की आशंका है।
- अमेरिका ने पहले ही इस क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा दी है। इतना ही नहीं ईरान की ओर से उत्पन्न तथाकथित खतरे का सामना करने के लिये फारस की खाड़ी में अमेरिकी B-52 बमवर्षक विमानों की भी तैनाती की जा रही है।
पृष्ठभूमि
- वर्ष 2015 में ईरान ने P5 +1 देशों (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्राँस, चीन, रूस और जर्मनी) के साथ अपने परमाणु कार्यक्रम पर संयुक्त व्यापक कार्ययोजना (Joint Comprehensive Plan of Action- JCPOA) के रूप में संदर्भित एक दीर्घकालिक समझौते पर सहमति व्यक्त की थी।
- इस समझौते के तहत ईरान ने अपनी संवेदनशील परमाणु गतिविधियों को सीमित करने और इसके बदले आर्थिक प्रतिबंधों को समाप्त करने पर सहमति व्यक्त की।
- वर्ष 2018 में अमेरिका इस समझौते से पीछे हट गया और हाल ही में उसने ईरान के कच्चे तेल पर अमेरिकी प्रतिबंधों को भी समाप्त कर दिया। इन प्रतिबंधों ने ईरान की अर्थव्यवस्था को संकट की ओर धकेल दिया है। हाल ही में ईरान ने वर्ष 2015 के परमाणु समझौते के तहत अपने दायित्वों को वापस लेने और होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने की धमकी दी है।
होर्मुज जलडमरूमध्य
- इसे ओरमुज जलडमरूमध्य के नाम से भी जाना जाता है। यह फ़ारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी और अरब सागर से जोड़ता है।
- यह जलडमरूमध्य 55 से 95 किमी. तक चौड़ा है और ईरान को अरब प्रायद्वीप से अलग करता है।
- इसमें प्रमुख रूप से कीश्म, होर्मुज और हेंजम (हेंग्म) द्वीप स्थित हैं।
- सऊदी अरब, ईरान, यू.ए.ई., कुवैत और इराक से निर्यात किये जाने वाले अधिकांश कच्चे तेल को इसी जलमार्ग के माध्यम से भेजा जाता है।
जलडमरूमध्य क्या है?
- यह एक ऐसा संकरा जलमार्ग होता है जो दो समुद्रों अथवा झीलों को आपस में जोड़ता है। इसका भौगोलिक आकार डमरू के समान होता है और चूँकि दो बड़े जलीय भागों के मध्य में जलसंधि होने के बाद ही यह मार्ग संचालित होता है, अत: इसे जलडमरूमध्य कहा जाता है।