सिटी गैस वितरण नेटवर्क
चर्चा में क्यों?
हाल ही में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री ने 10वें सिटी गैस वितरण (City Gas Distribution-CGD) के बोली राउंड के कार्य की शुरुआत की जिसमें 124 ज़िलों के 50 भौगालिक क्षेत्र (Geographical Areas-GAs) शामिल होंगे।
प्रमुख बिंदु
- 10वें राउंड के पूरा होने के बाद देश की 70 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या और 52.73 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र CGD के तहत आ जाएगा।
- CGD नेटवर्क के विकास से उपभोक्ताओं के लिये स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन या पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) और परिवहन ईंधन के रूप में संपीड़ित प्राकृतिक गैस (Compressed Natural Gas-CNG) की उपलब्धता बढ़ जाएगी।
- CGD को 'सार्वजनिक उपयोगिता' (Public Utility) का दर्जा दिया गया है।
भारत में स्वच्छ ऊर्जा मिश्रण
India’s Clean Energy Mix
- भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा का उपभोक्ता है और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि एक दशक में यह ऊर्जा का सबसे बड़ा उपभोक्ता बन जाएगा।
- देश में ऊर्जा मिश्रण में गैस की वर्तमान हिस्सेदारी 6.2 प्रतिशत है।
- वर्ष 2030 तक प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को 15 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- वर्ष 2018-19 में घरेलू गैस उत्पादन 32.87 बिलियन क्यूबिक मीटर था, जिसके वर्ष 2020-21 तक बढ़कर 39.3 बिलियन क्यूबिक मीटर हो जाने का अनुमान है।
- अगले तीन-चार वर्षों में LNG टर्मिनल क्षमता मौजूदा 38.8 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (Million Metric Tonne Per Annum-MMTPA) से बढ़कर 52.5 MMTPA हो जाने की उम्मीद है।
- वर्तमान में नेशनल गैस ग्रिड की लंबाई 16788 किलोमीटर है तथा अतिरिक्त 14788 किलोमीटर जोड़ने का काम प्रगति पर है।