BSE बना U.S. SEC मान्यता प्राप्त करने वाला प्रथम भारतीय एक्सचेंज
चर्चा में क्यों?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), यूनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (U.S. Securities and Exchange Commission -SEC) द्वारा डेजिग्नेटेड ऑफशोर सिक्योरिटीज मार्केट (Designated Offshore Securities Market -DOSM) के रूप में पहचान प्राप्त करने वाला पहला भारतीय एक्सचेंज बन गया है।
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- BSE, एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है।
- इससे पहले कुछ ही स्टॉक एक्सचेंज को वैश्विक स्तर पर DOSM के रूप में पहचान मिली है, जिनमें लंदन स्टॉक एक्सचेंज, बोर्स डी लक्ज़मबर्ग, टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज और टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज उल्लेखनीय हैं।
- DOSM का दर्ज़ा, U.S. SEC के साथ ऐसी प्रतिभूतियों के पंजीकरण के बिना BSE के व्यापार स्थल के माध्यम से अमेरिकी निवेशकों को प्रतिभूतियों की बिक्री करने की अनुमति देता है और इस प्रकार भारत में अमेरिकी निवेशकों द्वारा व्यापार को आसान बनाता है।
- एक्सचेंज के अनुसार, यह मान्यता उन कंपनियों, जिनकी प्रतिभूतियों का व्यापार अमेरिका तथा BSE दोनों में किया जाता है, को अतिरिक्त लाभ प्रदान करने के साथ-साथ अमेरिकी निवेशकों के बीच भारतीय डिपाजिटरी रसीदों (IDRs) के आकर्षण को भी बढ़ाएगी।
- जून 2010 में भारतीय बाज़ारों में सूचीबद्ध स्टैंडर्ड चार्टर्ड PLc के IDRs के बाद, किसी अन्य विदेशी कंपनी ने IDR (Indian Depository Receipts) जारी नहीं किए हैं।
- अमेरिकी प्रतिभूति कानूनों के तहत, लागू होने वाले किसी भी प्रतिबंध या जमा पूंजी अवधि के बावजूद, दोहरी सूचीबद्ध कंपनियों के कुछ निदेशकों और अधिकारियों को BSE पर अपनी प्रतिभूतियों को दोबारा बेचने की अनुमति दी जाएगी।
- फिनसेक लॉ एडवाइजर्स ने BSE के लिये DOSM की मान्यता दिलाने के लिये SEC के समक्ष BSE का प्रतिनिधित्व किया।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1875 में हुई थी। यह भारतीय शेयर बाज़ार के दो प्रमुख एक्सचेंजों में से एक है। दूसरा एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है। भारतीय पूंजी बाज़ार के विकास में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।