भाभा कवच
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत की सबसे हल्की और सबसे सस्ती बुलेट प्रूफ जैकेट जिसे 'भाभा कवच' नाम दिया गया है, को नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पुलिस प्रदर्शनी-2019 में प्रदर्शित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस प्रदर्शनी का आयोजन नेक्सजेन एक्ज़िबिशन (Nexgen Exhibitions) (एशिया के अग्रणी और व्यापार मेले, प्रदर्शनी एवं सम्मेलन के आयोजक) द्वारा किया गया।
- इस बुलेट प्रूफ जैकेट का वज़न 9.2 किलोग्राम है और यह पारंपरिक जैकेट (जिसका वज़न लगभग 17 किलोग्राम होता है) की तुलना में काफी हल्की है।
निर्माण और विकास
- ‘भाभा कवच’ को आयुध निर्माणी बोर्ड (Ordnance Factory Board) और मिश्र धातु लिमिटेड (Mishra Dhatu Nigam Limited-MIDHANI), जैसे- रक्षा संगठनों को भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (Bhabha Atomic Research Centre-BARC) से कार्बन-नैनोमैटेरियल प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के बाद स्वदेशी रूप से विकसित किया गया।
- MIDHANI, भारत का एक (सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम) विशिष्ट धातु और मिश्र धातु निर्माता संगठन है, जो हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित है।
- आयुध निर्माणी बोर्ड (Ordnance Factory Board-OCB) एक औद्योगिक संगठन है, जो रक्षा उत्पादन विभाग (Department of Defence Production), रक्षा मंत्रालय (कोलकाता में मुख्यालय) के अंतर्गत कार्य करता है।
विनिर्माण
- भाभा कवच उच्च-घनत्व, अधिक मज़बूत पॉलीथीन की परतों को उच्च तापमान पर पिघलाकर एक मोटी, कठोर प्लेट बनाई जाती है, जिस पर BARC के कार्बन नैनो-मैटेरियल छिड़का जाता है।
- जैकेट में प्रयुक्त सामग्री में कठोर बोरॉन कार्बाइड सिरेमिक (Boron Carbide Ceramics), कार्बन नैनो-ट्यूब (Carbon Nano-Tubes) और मिश्रित बहुलक (composite polymer) (दो या अन्य प्रकार के बहुलक से बने होते हैं) होते हैं।
भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र
- BARC महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित भारत की प्रमुख परमाणु अनुसंधान केंद्र है।
- यह एक बहु-अनुशासनात्मक अनुसंधान केंद्र है जिसमें उन्नत अनुसंधान और विकास के लिये व्यापक बुनियादी ढाँचा उपलब्ध है।
- इसका उद्देश्य मुख्य रूप से परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण अनुप्रयोगों के तहत विद्युत् उत्पादन करना है।
आवश्यकता
- भारत में हुए कई आतंकवादी हमलों (जैसे-उरी, पुलवामा) को ध्यान में रखते हुए , भारतीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा हेतु एक उन्नत, कुशल और लागत प्रभावी सुरक्षा प्रणाली विकसित करने की सख्त आवश्यकता है जो 21वीं सदी के संभावित खतरों से तेज़ी से निपट सके।
- केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल जैसे- केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, और सशस्त्र सीमा बल; जो हमारे सीमाई क्षेत्रों को सुरक्षित करते हैं इसलिये भाभा कवच को निम्नलिखित हथियारों से भारतीय सुरक्षा बलों की रक्षा हेतु डिज़ाइन किया गया है:
1. AK-47 राइफल: 7.62mm हार्ड स्टील कोर या गोलियों से बचाव।
2. INSAS बुलेट: इंडियन स्माल आर्म्स सिस्टम की 5.56MM की गोली से सुरक्षा।
3. SLR: 7.56 MM की सेल्फ लोडिंग राइफल से रक्षा।