प्रिलिम्स फैक्ट : 18 मार्च, 2021 | 18 Mar 2021
अंतर-संसदीय संघ
(Inter-Parliamentary Union)
हाल ही में अंतर-संसदीय संघ (Inter-Parliamentary Union- IPU) के अध्यक्ष ने भारतीय संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में सांसदों को संबोधित किया।
IPU के विषय में
- IPU विश्व की विभिन्न राष्ट्रीय संसदों का एक अंतर्राष्ट्रीय संघ है, इसकी स्थापना वर्ष 1889 में पेरिस में की गई थी।
- इसकी स्थापना फ्राँस के फ्रेडरिक पैसी और यूनाइटेड किंगडम के विलियम रैंडल क्रेमर ने की थी।
- यह विवादों की मध्यस्थता के लिये संयुक्त राष्ट्र (UN), क्षेत्रीय संसदीय संगठनों, अंतर्राष्ट्रीय अंतर-सरकारी संगठनों और गैर-सरकारी संगठनों के निकट सहयोग से काम करता है।
- यह विश्व भर में राजनीतिक विचारों और रुझानों पर नज़र रखने वाला एक विशिष्ट मंच है।
उद्देश्य
- दुनिया भर में संसदीय संवाद को बढ़ावा देना और लोगों के बीच शांति एवं सहयोग को बनाए रखने के लिये कार्य करना।
- अपने सदस्यों के बीच लोकतांत्रिक शासन, जवाबदेही और सहयोग को बढ़ावा देना।
आदर्श वाक्य:
- लोकतंत्र के लिये। सभी के लिये। (For democracy. For everyone.)
कार्य:
- छह प्रमुख क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय चिंताओं को संबोधित कर संसदीय कार्रवाई को बढ़ावा देना। ये छह क्षेत्र हैं:
- प्रतिनिधिक लोकतंत्र।
- शांति और सुरक्षा।
- सतत् विकास।
- मानवाधिकार और मानवीय कानून।
- राजनीति में महिलाएँ।
- शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति।
- सदस्य:
- 179 देश IPU के सदस्य हैं।
- 13 क्षेत्रीय संसदीय सभाएँ इसकी सहयोगी सदस्य हैं।
- भारत इसका सदस्य है।
- मुख्यालय:
- जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड।