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प्रारंभिक परीक्षा

हेलिना: एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल

  • 12 Apr 2022
  • 4 min read

हाल ही में भारत द्वारा पोखरण में एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Anti-Tank Guided Missile- ATGM) हेलिना का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।

  • रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के अनुसार, यह विश्व के सबसे उन्नत एंटी-टैंक हथियारों में से एक है।
  • यह परीक्षण डीआरडीओ द्वारा विकसित तीसरी पीढ़ी की 'फायर एंड फॉरगेट' (‘Fire And Forget) श्रेणी की मिसाइलों के सत्यापन परीक्षणों का हिस्सा था।

प्रमुख बिंदु 

हेलिना:

  • हेलिना के बारे में: हेलिना को रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (DRDL), हैदराबाद द्वारा DRDO के मिसाइल और सामरिक प्रणाली (Missiles and Strategic Systems- MSS) क्लस्टर के तहत विकसित किया गया है।
    • वर्ष 2018 से मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।
  • विशेषताएंँ: इसकी अधिकतम सीमा सात किलोमीटर है और इसे एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (Advanced Light Helicopter-HAL) के हथियारयुक्त संस्करण के एकीकरण हेतु डिज़ाइन और विकसित किया गया है।
    • इस मिसाइल प्रणाली का प्रक्षेपण दिन और रात किसी भी समय किया जा सकता है तथा यह पारंपरिक कवच तथा विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ युद्धक टैंक को भेदने में सक्षम है।
    • इसे सेना एवं वायु सेना दोनों में हेलिकॉप्टरों के साथ एकीकरण के लिये विकसित किया गया है।
      • हेलिना के वायु सेना संस्करण को ‘ध्रुवस्त्र’ के रूप में भी जाना जाता है।
    • हेलिना डायरेक्ट हिट मोड (Hit Mode) के साथ-साथ टॉप अटैक मोड (Top Attack Mode) दोनों को लक्ष्य बना सकती है।
      • टॉप अटैक मोड: इसमें मिसाइल लॉन्च होने के बाद तीव्र गति के साथ एक निश्चित ऊँचाई तक जाती है तथा फिर नीचे की तरफ मुड़कर निर्धारित लक्ष्य को भेदती है।
      • डायरेक्ट हिट मोड: इसमें मिसाइल कम ऊँचाई पर जाकर सीधे लक्ष्य को भेदती है।
  • अन्य टैंक रोधी मिसाइलें: DRDO ने टैंक रोधी मिसाइल प्रौद्योगिकियों की एक शृंखला को डिज़ाइन और विकसित किया है जिसमें शामिल हैं:
    • नाग: यह तीसरी पीढ़ी की ‘दागो और भूल जाओ’ (Fire-and-Forget) के सिद्धांत पर आधारित एक एंटी टेंक मिसाइल है, जिसे दुश्मन के टैंकों पर हमला करने हेतु विकसित किया गया है।
    • MPATGM: यह मैन-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल है जिसमें पैदल सेना के उपयोग के लिये फायर-एंड-फॉरगेट और शीर्ष हमले की क्षमता के साथ इसकी रेंज 2.5 किलोमीटर है।
    • SANT: यह एक स्मार्ट स्टैंड-ऑफ एंटी-टैंक मिसाइल है जिसे वायु सेना के टैंक-रोधी अभियान हेतु Mi-35 हेलीकॉप्टर से लॉन्च करने के लिये विकसित किया जा रहा है।
    • अर्जुन मेन बैटल टैंक’ (MBT) ‘MK-1A’: अर्जुन मेन बैटल टैंक एक लेज़र-निर्देशित, सटीक-निर्देशित युद्ध सामग्री है। जिसमे स्वदेशी रूप से विकसित 120mm राइफल और आर्मर पियर्सिंग फिन-स्टैबिलाइज़्ड डिस्करिंग सबोट (FSAPDS) युद्धोपकरण शामिल हैं।

स्रोत: पी.आई.बी.

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