ग्रे हनुमान लंगूर | 28 Oct 2021
हाल ही में ग्रे लंगूरों (सेमनोपिथेकस एंटेलस) के नीले रंग के रोएँ (फर या बाल) वाले समूह को गुजरात के अंकलेश्वर के औद्योगिक क्षेत्र के पास देखा गया।
प्रमुख बिंदु:
- ग्रे हनुमान लंगूर का सामान्य परिचय:
- इसे हिंदू देवता, हनुमान के नाम पर ‘हनुमान लंगूर’ भी कहा जाता है।
- इसकी 16 उप-प्रजातियाँ उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में प्रायद्वीपीय भारत तक पाई जाती हैं।
- यह सिल्वर रंग की धारियों के साथ भूरे रंग का होता है। इनके हाथ और पैर काले होते हैं और पेड़ की शाखाओं पर संतुलन के लिये लंबी पूँछ होती है।
- इसे हिंदू देवता, हनुमान के नाम पर ‘हनुमान लंगूर’ भी कहा जाता है।
- अनुकूलन:
- यह जंगलों और मानव बस्तियों के पास दोनों स्थान पर पाया जाता है।
- ये समुद्र तल से 2,200-4,000 मीटर की ऊँचाई पर उपोष्णकटिबंधीय, उष्णकटिबंधीय आर्द्र समशीतोष्ण, अल्पाइन, शंकुधारी और विस्तृत जंगलों एवं झाड़ियों वाले क्षेत्रों में निवास करते हैं।
- वितरण:
- ये शुष्क सवाना और उष्णकटिबंधीय वर्षावन सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवास करते हैं।
- भारतीय उपमहाद्वीप में इनका वितरण भूटान, उत्तरी भारत और नेपाल में है।
- संभावित खतरे:
- वनोन्मूलन, खनन और प्रदूषण।
- संरक्षण की स्थिति:
- IUCN रेड लिस्ट: कम संकटग्रस्त
- CITES: परिशिष्ट-I
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972: अनुसूची-I