दिवस- 26: लोक सेवाओं के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता की जाँच कीजिये: (200 शब्द)
A. ईमानदारी
B. वस्तुनिष्ठता
C. जवाबदेही
हल करने का दृष्टिकोण:
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(A) ईमानदारी: ईमानदारी शब्द लैटिन के 'प्रोबिटास' से लिया गया है, जिसका अर्थ है “ईमानदार”। शासन में ईमानदारी उस स्थिति को दर्शाने के लिये प्रयुक्त होती है जहाँ शासन प्रणाली में दृढ़ नैतिक मूल्यों और आदर्शों का समावेश होता है, जिससे नीतिगत निर्णयों एवं कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, निष्पक्षता तथा नैतिकता सुनिश्चित होती है। उदाहरण: उत्तर प्रदेश में भूमि घोटालों और अवैध रेत खनन के खिलाफ सख्त कदम उठाने वाली IAS अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, शासन में ईमानदारी एवं नैतिक साहस का एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती हैं।
लोक सेवाओं में प्रासंगिकता:
(B) निष्पक्षता: इसका मतलब बिना किसी पक्षपात या बाहरी प्रभाव के निष्पक्ष आधार पर निर्णय लेना है। इसका मतलब है सत्यनिष्ठ, निष्पक्ष, निष्पक्ष और तथ्यों पर अड़े रहना। निष्पक्षता सिविल सेवकों को तर्कसंगत निर्णय लेने और दूसरों के सामने उनका बचाव करने में मदद करती है। उदाहरण: नियुक्तियाँ करते समय ज़िला कलेक्टर को भाई-भतीजावाद जैसे अन्य कारकों के बजाय योग्यता को प्राथमिकता देने की आवश्यकता होती है।
लोक सेवाओं में प्रासंगिकता:
(C) जवाबदेही: यह उन प्रक्रियाओं और मानदंडों को संदर्भित करता है जो निर्णय लेने वालों को उन व्यक्तियों या समूहों के प्रति उत्तरदायी बनाते हैं, जिनके हित में निर्णय लिये जाते हैं—अर्थात् निर्णयकर्त्ता एवं हितधारकों के बीच उत्तरदायित्व सुनिश्चित करना। यह सुशासन में सबसे महत्त्वपूर्ण कारकों में से एक है। उदाहरण के लिये, CAG ने कार्यकारी की वित्तीय जवाबदेही को बरकरार रखा।
लोक सेवाओं में प्रासंगिकता:
इस प्रकार, उपरोक्त सभी गुण लोक सेवाओं में महत्त्वपूर्ण हैं।