UP PCS Mains-2024

दिवस- 26: लोक सेवाओं के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता की जाँच कीजिये: (200 शब्द) 

A. ईमानदारी
B. वस्तुनिष्ठता
C. जवाबदेही

04 Apr 2025 | सामान्य अध्ययन पेपर 4 | सैद्धांतिक प्रश्न

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

हल करने का दृष्टिकोण:

  • उत्तर की शुरुआत शब्द को परिभाषित करके कीजिये।
  • लोक सेवाओं में इसकी प्रासंगिकता बताइये।
  • तद्नुसार निष्कर्ष दीजिये।

  (A) ईमानदारी: ईमानदारी शब्द लैटिन के 'प्रोबिटास' से लिया गया है, जिसका अर्थ है “ईमानदार”। शासन में ईमानदारी उस स्थिति को दर्शाने के लिये प्रयुक्त होती है जहाँ शासन प्रणाली में दृढ़ नैतिक मूल्यों और आदर्शों का समावेश होता है, जिससे नीतिगत निर्णयों एवं कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, निष्पक्षता तथा नैतिकता सुनिश्चित होती है। उदाहरण: उत्तर प्रदेश में भूमि घोटालों और अवैध रेत खनन के खिलाफ सख्त कदम उठाने वाली IAS अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, शासन में ईमानदारी एवं नैतिक साहस का एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती हैं।

लोक सेवाओं में प्रासंगिकता:

  • भ्रष्टाचार की समस्या से निपटना तथा देश में सामाजिक-आर्थिक विकास लाना।
  • पारदर्शिता, न्याय, निष्पक्षता, ज़िम्मेदारी, जवाबदेही, प्रत्युत्तरशीलता आदि के माध्यम से कुशल और प्रभावी शासन प्रणाली लाना।
  • विश्वास, विश्वसनीयता और सामाजिक पूंजी विकसित करना।

  (B) निष्पक्षता: इसका मतलब बिना किसी पक्षपात या बाहरी प्रभाव के निष्पक्ष आधार पर निर्णय लेना है। इसका मतलब है सत्यनिष्ठ, निष्पक्ष, निष्पक्ष और तथ्यों पर अड़े रहना। निष्पक्षता सिविल सेवकों को तर्कसंगत निर्णय लेने और दूसरों के सामने उनका बचाव करने में मदद करती है। उदाहरण: नियुक्तियाँ करते समय ज़िला कलेक्टर को भाई-भतीजावाद जैसे अन्य कारकों के बजाय योग्यता को प्राथमिकता देने की आवश्यकता होती है।

लोक सेवाओं में प्रासंगिकता:

  • समाज में निष्पक्षता, न्याय, पारदर्शिता को बढ़ावा देना।
  • समानता और समावेशिता को कायम रखते हुए सेवाएँ प्रदान करना।
  • भावनाओं को हमारे निर्णय को प्रभावित करने से रोकना।
  • कर्त्तव्यों का पालन करते समय परिस्थितिजन्य जागरूकता बनाए रखने में सहायता करता है।

   (C) जवाबदेही: यह उन प्रक्रियाओं और मानदंडों को संदर्भित करता है जो निर्णय लेने वालों को उन व्यक्तियों या समूहों के प्रति उत्तरदायी बनाते हैं, जिनके हित में निर्णय लिये जाते हैं—अर्थात् निर्णयकर्त्ता एवं हितधारकों के बीच उत्तरदायित्व सुनिश्चित करना। यह सुशासन में सबसे महत्त्वपूर्ण कारकों में से एक है। उदाहरण के लिये, CAG ने कार्यकारी की वित्तीय जवाबदेही को बरकरार रखा।

लोक सेवाओं में प्रासंगिकता:

  • लोकतांत्रिक शासन: नागरिकों के प्रति जवाबदेही लोकतांत्रिक शासन का एक मूलभूत सिद्धांत है। यह केवल आदेश शृंखला के हिस्से के रूप में पदानुक्रम में वरिष्ठों के प्रति जवाबदेही तक सीमित नहीं है, बल्कि नागरिकों और नागरिक समाज सहित हितधारकों के प्रति भी जवाबदेही है।
  • जवाबदेही: जवाबदेही का उद्देश्य कार्रवाई को वैध ठहराना होता है, जिसमें एक उत्तरदायित्व घटक शामिल होता है जो स्पष्टीकरण की मांग करता है और एक प्रवर्तन घटक होता है, जो उस स्थिति में दंडात्मक या सुधारात्मक कदम उठाने पर बल देता है जब कोई चूक या त्रुटि प्रामाणित हो जाती है।
  • उपचारात्मक उपाय: इसमें मानदंडों से विचलन के मामले में दंड सहित उपचारात्मक उपायों का प्रावधान है।
  • जनता का विश्वास: जवाबदेही सरकार के प्रदर्शन में जनता के विश्वास को बेहतर बनाने में मदद करती है। (उदाहरण के लिये, सामाजिक लेखा परीक्षा तंत्र)।

इस प्रकार, उपरोक्त सभी गुण लोक सेवाओं में महत्त्वपूर्ण हैं।