70th BPSC Mains

दिवस- 13: निम्नलिखित तालिका का ध्यानपूर्वक अध्ययन करके नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर दीजिये:

छात्रों ने वर्ष 2017-2022 के दौरान चार अलग-अलग विषयों में न्यूनतम और औसत अंक प्राप्त किये। प्रत्येक विषय में अधिकतम अंक 100 हैं।

वर्ष

विषयों

अंग्रेज़ी

गणित

हिंदी

विज्ञान

औसत

न्यूनतम

औसत

न्यूनतम

औसत

न्यूनतम

औसत

न्यूनतम

2017

70

45

70

50

84

75

80

70

2018

75

50

75

52

85

78

85

75

2019

65

48

76

55

90

88

88

80

2020

70

60

80

70

88

85

86

78

2021

75

58

75

65

75

74

82

76

2022

80

65

85

80

78

70

85

75

(a) वर्ष 2020 में सभी चार विषयों के समग्र औसत अंक ज्ञात कीजिये?

(b) किस वर्ष में चार अलग-अलग विषयों के समग्र औसत अंक अधिकतम और न्यूनतम हैं?

(c) वर्ष 2017 से 2022 तक प्रत्येक दो वर्षों में औसत गणित अंकों में कितने प्रतिशत की वृद्धि या कमी हुई है?

(d) किन दो वर्षों में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंकों में सबसे अधिक वृद्धि हुई?

(e) किस वर्ष हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों के बीच का अंतर सबसे अधिक था?

17 Mar 2025 | सामान्य अध्ययन पेपर 1 | डाटा इंटरप्रिटेशन

दृष्टिकोण / व्याख्या / उत्तर

स्पष्टीकरण:

 (a) वर्ष 2020 में सभी चार विषयों के समग्र औसत अंक ज्ञात कीजिये?

उत्तर:

 2020 में,

             अंग्रेज़ी में औसत अंक = 70

               गणित में औसत अंक = 80

                हिंदी में औसत अंक = 88

             विज्ञान में औसत अंक = 86

              अतः कुल औसत अंक = (70 + 80 + 88 + 86)/4

                                                            = 324/4

                                                            = 81

अतः वर्ष 2020 में सभी चार विषयों के कुल औसत अंक 81 हैं।


(b) किस वर्ष में चार अलग-अलग विषयों के समग्र औसत अंक अधिकतम और न्यूनतम हैं?

उत्तर: वर्ष 2017 में सभी चार विषयों के कुल औसत अंक

                                                            = (70 + 70 + 84 + 80)/4

                                                            = 76

वर्ष 2018 में सभी चार विषयों के कुल औसत अंक

                                                            = (75 + 75 + 85 + 85)/4

                                                            = 80

वर्ष 2019 में सभी चार विषयों के कुल औसत अंक

                                                            = (65 + 76 + 90 + 88)/4

                                                            = 79.75

वर्ष 2020 में सभी चार विषयों के कुल औसत अंक

                                                            = (70 + 80 + 88 + 86)/4

                                                            = 81

वर्ष 2021 में सभी चार विषयों के कुल औसत अंक

                                                            = (75 + 75 + 75 + 82)/4

                                                            = 76.75

वर्ष 2022 में सभी चार विषयों के कुल औसत अंक

                                                            = (80 + 85 + 78 + 85)/4

                                                            = 82

अतः चार अलग-अलग विषयों के समग्र औसत अंक 2022 में अधिकतम हैं और चार अलग-अलग विषयों के समग्र औसत अंक 2017 में न्यूनतम हैं।


(c) वर्ष 2017 से 2022 तक प्रत्येक दो वर्षों में औसत गणित अंकों में कितने प्रतिशत की वृद्धि या कमी हुई है?

उत्तर:

वर्ष 2017-18 में,

     2017 में औसत गणित अंक = 70

     2018 में औसत गणित अंक = 75

     औसत अंकों में प्रतिशत अंतर = (75-70)/70 × 100 = 7.14%

     अतः 2017-18 के लिये औसत गणित अंकों में प्रतिशत वृद्धि 7.14% है।

2018-19 में,

     2018 में औसत गणित अंक = 75

     2019 में औसत गणित अंक = 76

     औसत अंकों में प्रतिशत अंतर = (76 – 75)/75 × 100 = 1.33%

अतः 2018-19 के लिये औसत गणित अंकों में प्रतिशत वृद्धि 1.33% है।

वर्ष 2019-20 में,

     2019 में औसत गणित अंक = 76

     2020 में औसत गणित अंक = 80

     औसत अंकों में प्रतिशत अंतर = (80 – 76)/76 × 100 = 5.26%

तो, 2019-20 के लिये औसत गणित अंकों में प्रतिशत वृद्धि 5.26% है।

वर्ष 2020-21 में,

     2020 में औसत गणित अंक = 80

     2021 में औसत गणित अंक = 75

औसत अंकों में प्रतिशत अंतर = (75-80)/80 × 100 = –6.25%

तो, 2020-21 के लिये औसत गणित अंकों में प्रतिशत कमी 6.25% है।

2021-22 में,

     2021 में औसत गणित अंक = 75

     2022 में औसत गणित अंक = 85

     औसत अंकों में प्रतिशत अंतर = (85-75)/75 × 100 = 13.33%

तो, वर्ष 2021-22 के लिये औसत गणित अंकों में प्रतिशत वृद्धि 13.33% है।


(d) किन दो वर्षों में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंकों में सबसे अधिक वृद्धि हुई?

उत्तर:

वर्ष 2017-18 में,

     2017 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 45

     2018 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 50

अतः अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंकों में वृद्धि = 50 – 45 = 5

वर्ष 2018-19 में,

     2018 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 50

     2019 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 48

इसलिये, अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंकों में वृद्धि = 48 – 50 = -2

वर्ष 2019-20 में,

     2019 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 48

     2020 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 60

इसलिये, अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंकों में वृद्धि = 60 – 48 = 12

वर्ष 2020-21 में,

     2020 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 60

     2021 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 58

इसलिये, अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंकों में वृद्धि = 58-60 = –2

वर्ष 2021-22 में,

     2021 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 58

     2022 में अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक = 65

इसलिये, अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंकों में वृद्धि = 65 – 58 = 7

अतः अंग्रेज़ी में न्यूनतम अंक वर्ष 2019–2020 में सबसे अधिक बढ़ेंगे।


(e) किस वर्ष हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों के बीच का अंतर सबसे अधिक था?

उत्तर:

वर्ष 2017 में,

     हिंदी में औसत अंक = 84

     हिंदी में न्यूनतम अंक = 75

            हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों के बीच अंतर = 84 – 75 = 9

वर्ष 2018 में,

     हिंदी में औसत अंक = 85

     हिंदी में न्यूनतम अंक = 78

हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों के बीच अंतर = 85 – 78 = 7

वर्ष 2019 में,

     हिंदी में औसत अंक = 90

     हिंदी में न्यूनतम अंक = 88

     हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों के बीच अंतर = 90 – 88 = 2

वर्ष 2020 में,

     हिंदी में औसत अंक = 88

     हिंदी में न्यूनतम अंक = 85

     हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों के बीच अंतर = 88 – 85 = 3

वर्ष 2021 में,

     हिंदी में औसत अंक = 75

     हिंदी में न्यूनतम अंक = 74

हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों के बीच अंतर = 75 – 74 = 1

वर्ष 2022 में,

     हिंदी में औसत अंक = 78

     हिंदी में न्यूनतम अंक = 70

  हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों का अंतर = 78 – 70 = 8

अत: वर्ष 2017 में हिंदी में औसत और न्यूनतम अंकों के बीच का अंतर सबसे अधिक था।