आर्द्रभूमि | 23 Feb 2022

चर्चा में क्यों?

विश्व आर्द्रभूमि दिवस हर साल 2 फरवरी को मनाया जाता है।

  • यह दिन 2 फरवरी, 1971 को रामसर, ईरान में आर्द्रभूमि पर कन्वेंशन को अपनाने की तारीख को चिह्नित करता है।
  • वर्ष 2022 में विश्व वेटलैंड्स दिवस एक थीम के साथ मनाया गया - वेटलैंड्स एक्शन फॉर पीपल एंड नेचर।

आर्द्रभूमि क्या हैं?

  • आर्द्रभूमि ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ जल पर्यावरण और संबंधित पौधे व पशु जीवन को नियंत्रित करने वाला प्राथमिक कारक है। 
  • आर्द्रभूमि को इस प्रकार परिभाषित किया गया है: "स्थलीय और जलीय पारिस्थितिकी प्रणालियों के बीच संक्रमणकालीन भूमि जहाँ जल आमतौर पर सतह पर होता है या भूमि उथले पानी से ढकी होती है"।

आर्द्रभूमि के कितने प्रकार की होती है?

  • तटीय आर्द्रभूमि: तटीय आर्द्रभूमि भूमि और खुले समुद्र के बीच के क्षेत्रों में पाई जाती है जो तटरेखा, समुद्र तट, मैंग्रोव और प्रवाल भित्तियों की तरह नदियों से प्रभावित नहीं होते हैं।
    • इसका एक अच्छा उदाहरण उष्णकटिबंधीय तटीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले मैंग्रोव दलदल हैं।
  • उथली झीलें और तालाब: ये आर्द्रभूमियाँ स्थायी या अर्द्ध-स्थायी पानी वाले क्षेत्र हैं जिनमें कम प्रवाह होता है। इनमें तालाब, स्प्रिंग पूल, साल्ट लेक और ज्वालामुखी क्रेटर झीलें शामिल हैं।
  • दलदल: ये जल से संतृप्त क्षेत्र या पानी से भरे क्षेत्र होते हैं और गीली मिट्टी की स्थिति के अनुकूल जड़ी-बूटियों वाली वनस्पतियाँ इनकी विशेषता होती है। दलदल को आगे ज्वारीय दलदल और गैर-ज्वारीय दलदल के रूप में जाना जाता है।
  • स्वैंप्स: ये मुख्य रूप से सतही जल द्वारा पोषित होते हैं तथा यहाँ पेड़ व झाड़ियाँ पाई जाती हैं। ये मीठे पानी या खारे पानी के बाढ़ के मैदानों में पाए जाते हैं।
  • बॉग्स: दलदल पुराने झील घाटियाँ या भूमि में जलभराव वाले गड्ढे हैं। इसमें लगभग सारा पानी वर्षा के दौरान जमा होता है।
  • मुहाना: जहाँ नदियाँ समुद्र से मिलती हैं वहाँ जैव विविधता का एक अत्यंत समृद्ध मिश्रण देखने को मिलता है। इन आर्द्रभूमियों में डेल्टा, ज्वारीय मडफ्लैट्स और नमक के दलदल शामिल हैं।

आर्द्रभूमि की स्थिति:

  • वर्तमान में (फरवरी, 2022 तक) भारत में 49 रामसर स्थलों का एक नेटवर्क है। यह 10,93,636 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करता है, जो दक्षिण एशिया में सबसे अधिक है।
  • भारत में लगभग 4.6% भूमि आर्द्रभूमि के रूप में है, जो 15.26 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करती है।
  • रामसर स्थल के रूप में घोषित आर्द्रभूमि रामसर सम्मेलन के सख्त दिशा-निर्देशों के तहत संरक्षित हैं।
  • वर्तमान में विश्व में 2400 से अधिक रामसर स्थल हैं जो 25 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए हैं।

भारत में कितने रामसर स्थल हैं?

  • भारत में 49 रामसर स्थल हैं जहाँ अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि पाई जाती हैं।

सूची में नवीनतम रामसर स्थल:

  • हरियाणा के रामसर स्थल सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान में आयोजित विश्व आर्द्रभूमि दिवस, 2022 (2 जनवरी, 2022) के अवसर पर गुजरात में खिजड़िया वन्यजीव अभयारण्य और उत्तर प्रदेश में बखिरा वन्यजीव अभयारण्य को रामसर स्थलों के रूप में घोषित किया गया है।
  • उत्तर प्रदेश में हैदरपुर आर्द्रभूमि को दिसंबर, 2021 में 47वें रामसर साइट के रूप में जोड़ा गया है।
  • अगस्त 2021 में भारत में रामसर साइटों की सूची में चार नई साइटें जोड़ी गई हैं। ये हैं:
    1. सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान - गुरुग्राम, हरियाणा
    2. भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य - झज्जर, हरियाणा
    3. थोल झील वन्यजीव अभयारण्य - अहमदाबाद, गुजरात
    4. वाधवाना वेटलैंड - वडोदरा, गुजरात
  • दिसंबर 2020 में, द त्सो कार वेटलैंड कॉम्प्लेक्स को भारत में रामसर साइट्स की सूची में जोड़ा गया था।
  • नवंबर 2020 में निम्नलिखित साइट्स को रामसर सूची के तहत सूचीबद्ध किया गया है:
    • महाराष्ट्र में लोनार झील को रामसर सूची में जोड़ा गया।
    • आगरा (उत्तर प्रदेश) में सुर सरोवर (कीथम झील)।
    • आसन बैराज (उत्तराखंड)।
    • जुलाई, 2020 में बिहार की कंवर झील या कबाल ताल को रामसर सूची में शामिल किया गया था।
    • फरवरी, 2020 में कोलकाता, पश्चिम बंगाल के सुंदरबन रिज़र्व फॉरेस्ट (सुंदरबन वेटलैंड्स) को रामसर सूची में शामिल किया गया था।

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आर्द्रभूमि का क्या महत्त्व है?

  • वेटलैंड्स अत्यधिक उत्पादक पारिस्थितिक तंत्र हैं जो दुनिया को मत्स्य उत्पादन का लगभग दो-तिहाई हिस्सा प्रदान करते हैं।
  • वेटलैंड्स वाटरशेड की पारिस्थितिकी में एक अभिन्न भूमिका निभाते हैं। उथला पानी उच्च स्तर के पोषक तत्त्वों का संयोजन जीवों के विकास के लिये आदर्श है जो खाद्य वेब का आधार बनाते हैं और मछली, उभयचर, शंख व कीड़ों की कई प्रजातियों को भोजन प्रदान करते हैं।
  • आर्द्रभूमि के जीवाणु, पौधे व वन्यजीव, पानी, नाइट्रोजन और सल्फर के वैश्विक चक्रों का हिस्सा हैं। आर्द्रभूमि कार्बन को अपने पादप समुदायों व मिट्टी के भीतर कार्बन डाइऑक्साइड के रूप में वातावरण में छोड़ने के बजाय संग्रहीत करती है।
  • आर्द्रभूमियाँ प्राकृतिक बाधाओं के रूप में कार्य करती हैं जो सतही जल, वर्षा, भूजल और बाढ़ के पानी को अवशोषित करती हैं और धीरे-धीरे इसे फिर से पारिस्थितिकी तंत्र में छोड़ती है। आर्द्रभूमि वनस्पति बाढ़ के पानी की गति को भी धीमा कर देती है जिससे मिट्टी के कटाव कमी आती है।
  • आर्द्रभूमि मानव और पृथ्वी पर जीवन के लिये महत्त्वपूर्ण है। एक अरब से अधिक लोग जीवन यापन के लिये उन पर निर्भर हैं और दुनिया की 40% प्रजातियाँ आर्द्रभूमि में रहती हैं एवं प्रजनन करती हैं।
  • आर्द्रभूमि भोजन, कच्चे माल, दवाओं के आनुवंशिक संसाधन और जलविद्युत के लिये एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है।
  • वे परिवहन, पर्यटन और लोगों की सांस्कृतिक संरक्षण एवं आध्यात्मिकता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • वे जानवरों और पौधों के लिये आवास प्रदान करते हैं एवं जैव विविधता की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है।
  • कई आर्द्रभूमियाँ प्राकृतिक सुंदरता के क्षेत्र हैं और पर्यटन को बढ़ावा देते हैं तथा कई आदिवासी लोगों के लिये महत्त्वपूर्ण हैं।
  • आर्द्रभूमियाँ उद्योगों को महत्त्वपूर्ण लाभ भी प्रदान करती हैं। उदाहरण के लिये वे मछली, मीठे पानी व समुद्री जीवन के लिये नर्सरी के रूप में कार्य करते हैं और वाणिज्यिक स्तर पर मछली पकड़ने के उद्योगों के लिये महत्त्वपूर्ण हैं।

आर्द्रभूमि के लिये खतरे

  • शहरीकरण: शहरी क्षेत्रों के पास उपलब्ध आर्द्रभूमि आवासीय, औद्योगिक और वाणिज्यिक सुविधाओं के विकास के दबाव का चलते घट रही है। सार्वजनिक जल आपूर्ति को संरक्षित करने के लिये शहरी आर्द्रभूमि आवश्यक है।
  • कृषि: आर्द्रभूमि के विशाल हिस्सों को धान के खेतों में बदल दिया गया है। सिंचाई के लिये बड़ी संख्या में जलाशयों, नहरों और बाँधों के निर्माण ने संबंधित आर्द्रभूमि के जल विज्ञान को महत्त्वपूर्ण रूप से बदल दिया है।
  • प्रदूषण: आर्द्रभूमि प्राकृतिक जल फिल्टर के रूप में कार्य करती है। पीने के पानी की आपूर्ति और आर्द्रभूमि की जैविक विविधता पर औद्योगिक प्रदूषण के प्रभाव के बारे में चिंता बढ़ रही है।
  • जलवायु परिवर्तन: वायु के तापमान में वृद्धि; वर्षा में बदलाव;  तूफान, सूखा और बाढ़ की आवृत्ति में वृद्धि;  वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड एकाग्रता में वृद्धि; और समुद्र के स्तर में वृद्धि भी आर्द्रभूमि को प्रभावित कर सकती है।
  • निकर्षण: आर्द्रभूमि या नदी तल से सामग्री को हटाना। जलधाराओं के निष्कासन से आसपास का जल स्तर कम हो जाता है और इस कारणवश नजदीकआर्द्रभूमियाँ सूखने लगती हैं।
  • ड्रेनिंग: वेटलैंड्स से पानी निकाला जाता है। इससे जल स्तर कम हो जाता है और आर्द्रभूमि सूख जाती है।
  • नुकसानदेह प्रजातियाँ: भारतीय आर्द्रभूमियों को जलकुंभी और साल्विनिया जैसी नुकसानदेह पौधों की प्रजातियों से खतरा है। वे जलमार्गों को रोकते हैं और देशी वनस्पतियों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करते हैं।
  • लवणीकरण : भूजल के अत्यधिक दोहन से लवणीकरण की स्थिति उत्पन्न हुई है।

आर्द्रभूमि संरक्षण की दिशा में क्या प्रयास किये गए हैं?

  • रामसर कन्वेंशन: यह कन्वेंशन 1975 में लागू हुआ।
  • कन्वेंशन का मिशन- "सतत् विकास लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करते हुए स्थानीय और राष्ट्रीय कार्यों एवं अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से विश्व में सभी आर्द्रभूमियों का संरक्षण और बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग" करना।
  • कन्वेंशन के तीन स्तंभ हैं:
    • सभी आर्द्रभूमियों के विवेकपूर्ण उपयोग की दिशा में कार्य करें।
    • अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि ("रामसर सूची") की सूची के लिये उपयुक्त आर्द्रभूमि को नामित करें और उनका प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करें।
    • अंतर्राष्ट्रीय आर्द्रभूमि, साझा आर्द्रभूमि सिस्टम और साझा प्रजातियों पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करें।
  • मोंट्रेक्स रिकॉर्ड: इसे रामसर सूची के हिस्से के रूप में रखा गया है।
    • मोंट्रेक्स रिकॉर्ड अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमियों की सूची में आर्द्रभूमि स्थलों का एक रजिस्टर है जहाँ पारिस्थितिक तंत्र में परिवर्तन हुए हैं या हो रहे हैं या तकनीकी विकास, प्रदूषण या अन्य मानवीय हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप परिवर्तन होने की संभावना है।
    • भारत की दो आर्द्रभूमि मोंट्रेक्स रिकॉर्ड में दर्ज हैं: केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (राजस्थान) और लोकतक झील (मणिपुर)।  चिल्का झील (ओडिशा) को रिकॉर्ड में रखा गया था लेकिन बाद में इसे हटा दिया गया था।
  • भारत में वेटलैंड्स का नियमन: आर्द्रभूमि को आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम, 2017 के तहत विनियमित किया जाता है।
    • वर्ष 2010 के नियमों के अंतर्गत केंद्रीय आर्द्रभूमि नियामक प्राधिकरण का प्रावधान किया गया था लेकिन वर्ष 2017 में नए नियमों के अंतर्गत इसके स्थान पर राज्य-स्तरीय निकायों की व्यवस्था की गई। साथ ही एक राष्ट्रीय आर्द्रभूमि समिति बनाई गई, जो सलाहकार की भूमिका में कार्य करती है।
    • नए नियमों में "आर्द्रभूमि" की परिभाषा से कुछ को हटा दिया गया, जिनमें बैकवाटर, लैगून, खाड़ी और मुहाना शामिल हैं।
    • वर्ष 2017 के नियमों के तहत आर्द्रभूमि की पहचान करने की प्रक्रिया राज्यों को सौंपी गई है।

निष्कर्ष

अनियोजित शहरीकरण और बढ़ती आबादी का मुकाबला करने के लिये आर्द्रभूमि के प्रबंधन, योजना, निष्पादन और निगरानी के संदर्भ में एक एकीकृत दृष्टिकोण होना चाहिये।

आर्द्रभूमि के समग्र प्रबंधन के लिये पारिस्थितिकीविदों, वाटरशेड प्रबंधन विशेषज्ञों, योजनाकारों और निर्णय निर्माताओं सहित शिक्षाविदों एवं पेशेवरों के बीच प्रभावी सहयोग आवश्यक है।

आर्द्रभूमि के महत्त्व के बारे में जागरूकता कार्यक्रम शुरू करके जल की गुणवत्ता के लिये आर्द्रभूमि की निरंतर निगरानी करने से आर्द्रभूमि को और अधिक खराब होने से बचाया जा सकेगा।

मुख्य परीक्षा हेतु प्रश्न

प्रश्न. आर्द्रभूमि क्या है? आर्द्रभूमि संरक्षण के 'बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग' की रामसर अवधारणा की व्याख्या करें। भारत के रामसर स्थलों के दो उदाहरण दीजिये।

प्रश्न. आर्द्रभूमि हमारे पर्यावरण में एक पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है। इस कथन के आलोक में आर्द्रभूमियों के कार्यों की व्याख्या कीजिये तथा उनके क्षय का कारण बनने वाले कारकों की चर्चा कीजिये।


प्रारंभिक परीक्षा हेतु प्रश्न

प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:

  1. रामसर कन्वेंशन के तहत भारत सरकार की ओर से भारत के क्षेत्र में सभी आर्द्रभूमियों की रक्षा और संरक्षण करना अनिवार्य है।
  2. आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम, 2010 भारत सरकार द्वारा रामसर कन्वेंशन की सिफारिशों के आधार पर तैयार किये गए थे।
  3. आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम, 2010 में प्राधिकरण द्वारा निर्धारित आर्द्रभूमि के जल निकासी क्षेत्र या जलग्रहण क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है।

 उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(A) केवल 1 और 2
(B) केवल 2 और 3
(C) केवल 3
(D) 1, 2 और 3

प्रश्न. यदि अंतरराष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि को मोंट्रेक्स रिकॉर्ड' के तहत लाया जाता है, तो इसका क्या अर्थ है?

(A) मानवीय हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप आर्द्रभूमि के पारिस्थितिक स्वरूप में परिवर्तन हुआ है, हो रहा है या होने की संभावना है।
(B) जिस देश में आर्द्रभूमि स्थित है उसे आर्द्रभूमि के किनारे से पाँच  किलोमीटर के भीतर किसी भी मानवीय गतिविधि को प्रतिबंधित करने के लिये एक कानून बनाना चाहिये।
(C) आर्द्रभूमि का अस्तित्व इसके आसपास रहने वाले कुछ समुदायों की सांस्कृतिक प्रथाओं और परंपराओं पर निर्भर करता है और इसलिये वहाँ की सांस्कृतिक विविधता को नष्ट नहीं किया जाना चाहिये।
(D) इसे 'विश्व विरासत स्थल' का दर्जा दिया गया है।

 प्रश्न. यदि आप घड़ियाल को उनके प्राकृतिक आवास में देखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित में से कौन सी जगह घूमने के लिये सबसे अच्छी है?

(A) भितरकनिका मैंग्रोव्स
(B) चंबल नदी
(C) पुलिकट झील
(D) दीपोर बील

प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन सा राष्ट्रीय उद्यान तैरती वनस्पतियों के साथ दलदली होने में अद्वितीय है जो एक समृद्ध जैव विविधता का समर्थन करता है?

(A) भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान
(B) कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान
(C) केवलादेव घाना राष्ट्रीय उद्यान
(D) सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान

प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन एक कृत्रिम झील है?

(A) कोडईकनाल (तमिलनाडु)
(B) कोल्लेरू (आंध्र प्रदेश)
(C) नैनीताल (उत्तराखंड)
(D) रेणुका (हिमाचल प्रदेश)