‘फोटोकॉपी का अधिकार’शिक्षण सामग्री तक विद्यार्थियों की पहुँच बढ़ाकर उनमें ज्ञान और शिक्षा की संवृद्धि में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। दिल्ली उच्च न्यायालय के एक निर्णय के आलोक में इस कथन पर समीक्षात्मक टिप्पणी करें।
22 Jul, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्थादिल्ली उच्चतम न्यायालय ने एक ऐतिहासिक निर्णय देते हुए कॉपीराइट एक्ट की धारा 52(1)(i) के अंतर्गत प्रदत्त छूट में फोटोकॉपी को शामिल करते हुए बौद्धिक संपदा और ज्ञान तक पहुँच को सुलभ बनाने का कार्य किया। इस धारा के अंतर्गत प्रावधान है कि "शिक्षक या विद्यार्थी को पाठ्यक्रम के अंतर्गत आने वाली साहित्यक सामग्री की प्रतिलिपि प्राप्त करने का अधिकार है।"
इस निर्णय के विपक्ष में तर्कः
इस निर्णय के पक्ष में तर्कः
यद्यपि यह निर्णय शिक्षा और ज्ञान के विस्तार में सहायक होगा लेकिन इससे संबंधित बौद्धिक संपदा अधिकार के मुद्दे को भी ध्यान में रखना आवश्यक है। इसके लिये फोटोकॉपी की दुकानों को ऐसी सामग्री बेचने के लिये लाइसेंस प्रदान करना तथा उससे प्राप्त लाभ का एक हिस्सा प्रकाशकों को भुगतान करने का प्रावधान किया जाना चाहिये। इसके अलावा, सार्वजनिक पुस्तकालयों एवं विश्वविद्यालयों के पुस्तकालयों में इस प्रकार की शैक्षिक सामग्री मूलप्रति में उपलब्ध कराई जानी चाहिये।