पूंजी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों को स्पष्ट करते हुए संभावित उपाय सुझाइये। इस संबंध में सेबी द्वारा उठाए गए कदमों की भी चर्चा करें।
उत्तर :
भूमिका में :-
पूंजी बाज़ार को संक्षेप में समझाते हुए उत्तर प्रारंभ करें।
विषय-वस्तु में :-
भूमिका से लिंक रखते हुए प्रथम पैराग्राफ में पूंजी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों को स्पष्ट करें, जैसे :
- मौजूदा पूंजी बाज़ार में प्रतिभागियों के व्यावसायिक मॉडल के लिये समेकन समेत संरचनात्मक परिवर्तन।
- यथास्थिति को चुनौती देने वाले गैर-परंपरागत प्रतिभागी।
- प्रतिभागियों को नवाचार सहित प्रमुख डेटा के व्यापक उपयोग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और मशीनी कार्य सीखने तथा लागत को कम करने और प्रतिस्पर्द्धी लाभ अर्जित करने के उपायों की तलाश होगी।
- प्रसंस्करण और वितरित खाता तथा ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी का उपयोग।
- पूंजी के पूल की तेज़ी से उपभोक्ताओं तक पहुँचने की संभावना हैं, जिससे लागत कम हो रही है और समग्र तरलता में वृद्धि हो रही है। क्राउड सोर्सिंग और सहकर्मी, अचल संपत्ति निवेश ट्रस्ट तथा बुनियादी ढाँचे के निवेश ट्रस्ट के माध्यम से गति प्राप्त कर रहे हैं।
उपर्युक्त चुनौतियों के संदर्भ में संभावित उपायों की चर्चा करें, जैसे :
- नियामकों को इन चुनौतियों का जवाब देना होगा, साथ ही सुविधा प्रदाता की भूमिका के रूप में नियामकों को बाज़ार के विकास के लिये संभावित क्षेत्रों के अवलोकन और उन्हें पहचानने के लिये अपने कदम आगे बढ़ाने होंगे।
- परिभाषित क्षेत्र और निर्धारित अवधि के भीतर विनियामक सैंडबॉक्स/नवाचार केंद्र के लिये एक उपयुक्त ढाँचा विकसित करना होगा, जो वित्तीय क्षेत्र के नियामकों को आवश्यक विनियामक समर्थन प्रदान करेगा।
- इसकी सहायता से भारतीय नियामक अधिकारियों के समान उपभोक्ताओं के लिये दक्षता में वृद्धि, जोखिमों का प्रबंधन और नए अवसर सृजित किये जा सकेंगे।
इस संबंध में सेबी द्वारा उठाए गए कदमों की संक्षेप में चर्चा करें।
अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष प्रस्तुत करें।
नोट : निर्धारित शब्द-सीमा में विश्लेषित करके लिखें।