सागरीय कृषि से आप क्या समझते हैं? भारत में सागरीय कृषि की संभावनाओं पर चर्चा करें।
23 Nov, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था
उत्तर की रूपरेखा:
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सागरीय कृषि का तात्पर्य खुले समुद्र या समुद्र से घिरे किसी भाग में अथवा समुद्री जल से भरे किसी तालाब में खाद्य पदार्थों के उत्पादन से है। सागरीय कृषि के अंतर्गत कई प्रकार की प्रणालियाँ अपनाई जाती हैं-
भारत में समुद्री कृषि की संभावना:
भारत जो तीन ओर से समुद्र से घिरा है और सात हज़ार किलोमीटर से भी अधिक लंबी तटीय सीमा का विस्तार है, जो इसे समुद्री कृषि के दृष्टिकोण से एक अनुकूल व उल्लेखनीय रूप से संभवनाशील देश के रूप में स्थापित करती है। इसके अतिरिक्त भारत के समुद्री क्षेत्रों में महाद्वीपीय शेल्फ का भी पर्याप्त विस्तार हुआ है। इसके बावजूद भारत में समुद्री कृषि के लिहाज़ से उत्पादित होने वाले पदार्थों की मात्रा काफी कम है।
तीन तरफ से समुद्र से घिरा होने के कारण इसका कुल विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) भी काफी ज़्यादा है, ऐसे में यह कहा जा सकता है कि भारत समुद्री कृषि के लिये संभावनाओं से भरा हुआ देश है।