- फ़िल्टर करें :
- अर्थव्यवस्था
- विज्ञान-प्रौद्योगिकी
- पर्यावरण
- आंतरिक सुरक्षा
- आपदा प्रबंधन
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प्रश्न :
बीएस मानक क्या है? हाल ही में सरकार द्वारा बीएस-4 मानक से सीधे बीएस-6 मानक को लागू करने का निर्णय लिया गया है। बीएस-6 मानक के लागू होने से अपेक्षित बदलावों की चर्चा करें।
11 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्थाउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा-
- बीएस मानक का संक्षिप्त परिचय दें।
- बीएस-IV से बीएस-VI मानक में परिवर्तन के लिये अपेक्षित बदलावों का उल्लेख करें।
- निष्कर्ष लिखें।
बीएस का अर्थ है भारत स्टेज। इसका संबंध स्पष्ट रूप से उत्सर्जन मानकों से है। भारत स्टेज उत्सर्जन मानक आतंरिक दहन और इंजन तथा स्पार्क इग्निशन इंजन के उपकरण से उत्सर्जित वायु प्रदूषण को विनियमित करने के मानक हैं। ये मानक भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा तय किये जाते हैं।
अभी पूरे देश में यातायात ईंधन BS-IV लागू है। सरकार द्वारा भारत में बीएस-IV से सीधे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के बीएस –VI ग्रेड को 1 अप्रैल 2020 से लागू करने का फैसला लिया गया है। विभिन्न तेल शोधन कंपनियाँ BS-IV ईंधन के उत्पादन के लिये भारी मात्रा में निवेश कर रही हैं।
BS-VI मानक के लिये अपेक्षित बदलाव-
- इसके लिये कारों के साथ-साथ बसों, ट्रकों जैसे भारी वाहनों में भी फिल्टर लगाना ज़रूरी हो जाएगा।
- BS-VI के लिये विशेष प्रकार के डीज़ल पार्टिकुलेट फिल्टर लगाने की आवश्यकता होगी। इसके लिये वाहन के बोनट के अंदर ज़्यादा स्थान की आवश्यकता होगी।
- नाइट्रोजन के ऑक्साइड्स को फिल्टर करने के लिये सेलेक्टिव कैटेलिटिक रिडक्शन (SCR) तकनीक का इस्तेमाल भी बीएस-VI की अनिवार्य शर्त है।
- SCR- तकनीक में अमोनिया का प्रयोग किया जाता है, इसलिये राष्ट्रीय स्तर पर अमोनिया के भंडारण के लिये अवसंरचना की आवश्यकता होगी।
देश में वायु प्रदूषण की समस्या पर नियंत्रण पाने के लिये BS मानकों का गंभीरता से पालन करना समय की मांग है। अतः पूरे देश में इन मानकों के अनुपालन की कोशिशें तेज़ हो गई हैं।
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