हाल ही में अर्थव्यवस्था में तेज़ी के कारण जीडीपी में वृद्धि दर्ज की गई है। क्या यह वृद्धि आर्थिक सुधारों के कारण है? इस वृद्धि को कायम रखने की चुनौतियों पर भी चर्चा कीजिये।
उत्तर :
भूमिका में :-
प्रश्नगत कथन के संदर्भ में चर्चा करते हुए उत्तर प्रारंभ करें।
विषय-वस्तु में :-
अर्थव्यवस्था में वृद्धि के कारणों में आर्थिक सुधारों यथा- विमुद्रीकरण और जीएसटी की स्पष्ट चर्चा करें, जैसे :
- नोटबंदी के बाद कैशलेस ट्रांजेक्शन को काफी बढ़ावा मिला। यही नहीं कालेधन के खिलाफ लड़ाई में भी नोटबंदी का फैसला काफी काम आया क्योंकि 17.92 लाख ऐसे लोगों की पहचान हुई जिनके बैंक खाते में जमा रकम का मेल उनकी आय से नहीं हुआ।
- आयकर रिटर्न फाइल करने में 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि जिन वज़हों से हुई है उनमें से एक नोटबंदी भी है जिसके कारण लोगों में आयकर रिटर्न के प्रति खौफ का माहौल बना है।
- कर प्रशासन में और सुधार की ज़रूरत है। कर प्रशासन में दो तरीकों से सुधार हो सकता है, एक है पारदर्शिता तथा दूसरा है डर का माहौल पैदा करना।
- बहुत से ऐसे लोग अब आयकर रिटर्न फाइल कर रहे हैं जिन्होंने पहले कभी रिटर्न फाइल नहीं किया था। उनको यह अंदाजा था कि सिस्टम में कुछ हो ही नहीं सकता है। लेकिन नोटबंदी ने इसके प्रति जनता में सकारात्मक संदेश दिया है आदि।
इस वृद्धि को कायम रखने की चुनौतियों पर चर्चा करें, जैसे :
- हमें बाह्य चुनौतियों जैसे- रुपए के मूल्य में गिरावट, बैलेंस ऑफ पेमेंट, ट्रेड डेफिसिट तथा करेंट अकाउंट डेफिसिट पर ध्यान देने की ज़रूरत है।
- विगत दिनों में घरेलू सुधार के जो बहुत अधिक आसार दिखाई दिये या जो सुधार हुए हैं उसका भरपूर लाभ मिलता दिखाई दे रहा है। इसे अब बाह्य क्षेत्रों के साथ भी जोड़ने की ज़रूरत है क्योकि प्रतिस्पर्द्धी वैश्विक अर्थव्यवस्था में बना रहना भी एक बड़ी चुनौती होगी।
- हमें अपना बाह्य क्षेत्र काफी मज़बूत करना होगा क्योंकि जब हम आयात अधिक करते हैं तो उसका सीधा असर ट्रेड डेफिसिट में वृद्धि तथा करेंट अकाउंट डेफिसिट में वृद्धि के रूप में दिखाई देता है जिससे करेंसी प्रभावित होती है।
- जब करेंसी प्रभावित होती है तो हमारे आयात और महँगे हो जाते हैं जिसका पूरी अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ने के आसार बन जाते हैं जो हमारे लिये चिंता का विषय है। इसलिये निर्यात वृद्धि को वापस पटरी पर लाने के प्रयास होने चाहिये।
- कुछ बातों पर गंभीरता से विचार किये जाने की ज़रूरत है, उदाहरण के लिये जीएसटी कलेक्शन। जीएसटी में एक लाख करोड़ रूपए प्रतिमाह का एवरेज कलेक्शन रेगुलर होना चाहिये।
अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष प्रस्तुत करें।
नोट : निर्धारित शब्द-सीमा में उत्तर को विश्लेषित करके लिखें।