नृत्य की ‘लास्य’ शैली अपनी प्रकृति में ‘ताण्डव’ से भिन्न है। इसकी विशेषताओं तथा शास्त्रीय नृत्य के विभिन्न प्रकारों पर इसके प्रभाव की चर्चा करें।
18 Oct, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 1 संस्कृतिभूमिका में :-
भारतीय नाट्यशास्त्र के आधार पर लास्य व ताण्डव नृत्य के सामान्य परिचय के साथ उत्तर प्रारंभ करें।
विषय-वस्तु में :-
लास्य और ताण्डव में अंतर को स्पष्ट करते हुए लास्य की विशेषताओं पर चर्चा कीजिये, जैसे :
‘लास्य’ नृत्य का विभिन्न नृत्यों भरतनाट्यम, मोहिनीअट्टम, मणिपुरी पर प्रभाव का वर्णन करें, जैसे :
अंत में प्रश्नानुसार संक्षिप्त, संतुलित एवं सारगर्भित निष्कर्ष प्रस्तुत करें।
नोट : निर्धारित शब्द-सीमा में उत्तर को विश्लेषित करके लिखें।