वैदिक काल से लेकर मध्य काल तक भारतीय साहित्य के क्षेत्र में कई कवयित्रियों व लेखिकाओं का भी योगदान रहा है। चर्चा करें।
10 Aug, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 1 संस्कृतिभारतीय साहित्य परंपरा प्रारंभ से ही समृद्धशाली रही है। जहाँ एक ओर वाल्मीकि, वेदव्यास, कालिदास, तुलसीदास, कंबन, जायसी, अमीर खुसरो आदि जैसे विभिन्न भाषाओं और विषयवस्तुओं पर रचनाकर्म करने वाले कवियों और लेखकों की एक लंबी श्रृंखला है, वहीं कई कवयित्रियों ने भी इस परंपरा को अपने रचनाकर्म द्वारा और अधिक समृद्ध बनाया है। जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं :-
इन कवयित्रियों व लेखिकाओं की रचनाएँ न केवल साहित्यिक धरोहर हैं, बल्कि ये तत्कालीन सामाजिक स्थितियों व समाज में महिलाओं की दशा के संबंध में जानकारी देने वाले महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ भी हैं।