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प्रश्न :
हिमालय के प्रादेशिक विभाजन को समझाइये। क्या हिमालय पर्वत में उत्थान अब भी जारी है ? तर्क प्रस्तुत करें।
12 Sep, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोलउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा-
- हिमालय के प्रादेशिक विभाजन को समझाएँ।
- हिमालय के उत्थान के पक्ष में तर्कों को बिंदुवार ढंग से लिखें।
- निष्कर्ष
हिमालय क्षेत्र को चार प्रमुख प्रादेशिक भागों में बाँटा गया है। यह विभाजन घाटियों के आधार पर किया गया है। पश्चिम से पूर्व की ओर इसका विभाजन इस प्रकार है-
- पंजाब हिमालय- सिन्धु व सतलुज नदी के मध्य वाले पर्वतीय भाग को पंजाब हिमालय कहते हैं। इसका विस्तार मुख्यतः जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश में है। इस कारण इसे कश्मीर व हिमाचल हिमालय भी कहा जाता है। हिमालय के इस भाग में काराकोरम, लद्दाख, पीरपंजाल, धौलाधार व जास्कर प्रमुख श्रेणियाँ हैं।
- कुमाऊँ हिमालय- यह सतलुज और काली नदी के बीच का क्षेत्र है। इसका पश्चिमी भाग गढ़वाल हिमालय और पूर्वी भाग कुमाऊँ हिमालय है।यह पंजाब हिमालय से अधिक ऊँचा है। नंदादेवी, केदारनाथ, बद्रीनाथ आदि प्रमुख चोटियाँ इसी भाग में हैं। गंगा और यमुना का उद्गम भी यहीं से होता है।
- नेपाल हिमालय-यह काली नदी से तीस्ता नदी तक का विस्तृत लंबा भाग है। इसका अधिकांश हिस्सा नेपाल में स्थित है। हिमालय की सबसे ऊँची चोटियाँ इसी भाग में हैं। माउंट एवरेस्ट , कंचनजंगा, मैकाल, अन्नपूर्णा आदि चोटियाँ इसी भाग में हैं।
- असम हिमालय- तीस्ता से लेकर ब्रह्मपुत्र नदी तक का पर्वतीय भाग इसमें शामिल है। नामचा बरवा, कुला कांगड़ी आदि चोटियाँ इसी भाग में हैं। ब्रह्मपुत्र, लोहित, दिहांग, दिबांग नदियाँ इसी भाग से होकर बहती हैं।
भूगर्भशास्त्रियों के अनुसार हिमालय का उत्थान लगभग 12 करोड़ वर्ष पूर्व शुरू हुआ था और इसके उत्थान की यह प्रक्रिया अब भी जारी है। इसके समर्थन में निम्नलिखित तर्क महत्त्वपूर्ण हैं-
- हिमालयी क्षेत्र में लगातार भूकंपीय गतिविधियों का होना इस बात का प्रमाण है कि इस पर्वत श्रृंखला में अब तक समस्थितिक संतुलन (Isostatic equllibrium) स्थापित नहीं हो पाया है और यह ऊपर उठ रहा है।
- हिमालय से निकलने वाली ज़्यादातर नदियाँ अभी तक अपनी युवावस्था में ही हैं। ये भी हिमालय के उत्थान को प्रमाणित करती हैं।
- तिब्बत की कई झीलों का तल भी समय के साथ ऊपर उठा है।
- प्लेट विवर्तनिकी (plate tectonics) के अनुसार भारतीय प्लेट अब भी यूरेशियाई प्लेट की ओर गतिमान है, इसके कारण हिमालय में वलन की प्रक्रिया अब भी जारी है।
भारतीय सर्वेक्षण विभाग के अनुमान के अनुसार हिमालय का उत्थान प्रत्येक 100 वर्षों में 20 सेमी. तक हो रहा है। विभिन्न वैज्ञानिक विधियों द्वारा हिमालय के विभिन्न भागों की ऊँचाई ज्ञात करने से संबंधित प्रयासों से यही प्रमाण मिलता है कि हिमालय पर्वत में उत्थान की प्रक्रिया अब ही जारी है।
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