बक्सर के युद्ध का राजनीतिक और सैन्य महत्त्व प्लासी के युद्ध से कहीं अधिक था। टिप्पणी करें।
13 Sep, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास
उत्तर की रूपरेखा-
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प्लासी का युद्ध 1757 में सिराजुद्दौला और क्लाइव के बीच हुआ था। इस युद्ध में क्लाइव की जीत हुई और मीर जाफर को बंगाल की गद्दी पर बिठाया गया। प्लासी का युद्ध भारत के निर्णायक युद्धों में से एक था, यद्यपि सैन्य दृष्टि से यह एक मामूली-सी झड़प से अधिक कुछ नहीं था। सैन्य इतिहास में भी इसका कोई विशेष महत्त्व नहीं है। इस युद्ध में क्लाइव की विजय नवाब के कर्मचारियों के विश्वासघात का परिणाम थी।
बक्सर का युद्ध 1764 में लड़ा गया था। इस युद्ध में ब्रिटिश सेना के विरुद्ध अवध के नवाब शुजाउद्दौला की सेना, उसके साथ मुगल सम्राट शाहआलम द्वितीय और बंगाल का नवाब मीर कासिम थे। इस युद्ध में अंततः ब्रिटिश सेना की जीत हुई। बक्सर के युद्ध का महत्त्व निम्नलिखित कारणों से समझा जा सकता है-
बक्सर के युद्ध के बाद हुई 1765 की संधि ने कंपनी को बंगाल का स्वामी ही बना दिया था। इस प्रकार स्पष्ट है कि बक्सर के युद्ध का महत्त्व प्लासी के युद्ध से कहीं अधिक था।