“वास्तव में मैजिनी ने ही इटली के एकीकरण की आधारशिला रखी और इटली की जनता में देश-प्रेम, त्याग और बलिदान के विचार उत्पन्न किये।” इस कथन का परीक्षण करें।
उत्तर :
उत्तर की रूपरेखा-
- मैजिनी का संक्षिप्त परिचय दें।
- इटली के एकीकरण में मैजिनी और उसकी संस्था यंग इटली के प्रयासों का उल्लेख करें।
- निष्कर्ष
|
इटली के एकीकरण के लिये 1830 ई.तक जितने भी प्रयास किये गए, वे सभी विफल रहे। ऑस्ट्रिया की शक्ति के समक्ष इटली के आंदोलनकारियों को झुकना पड़ा था। इसी दौरान इटली में एक महान व्यक्तित्व मैजिनी का प्रादुर्भाव हुआ, जिसने इटली के राष्ट्रीय जीवन में एक नवीन चेतना का प्रसार किया। 1830 ई.तक मैजिनी इटली के कोयला झोंकने वालों की गुप्त संस्था कार्बोनरी का सदस्य था। क्रांति में भाग लेने के कारण उसे इटली से निष्कासित कर दिया गया था।
इटली के एकीकरण में मैजिनी के योगदान को निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है-
- कई देशों के भ्रमण के दौरान मैजिनी 1831 ई.में फ्राँस पहुँचा, जहाँ उसने ‘यंग इटली’ नामक एक संस्था की स्थापना की। इस संस्था ने इटली के राष्ट्रीय आंदोलन में जल्द ही कार्बोनरी का स्थान ले लिया।
- यंग इटली को स्वतंत्रतापूर्वक कार्य करने की अनुमति नहीं थी, इसलिये यह भी एक तरह की गुप्त संस्था ही थी, परंतु कार्बोनरी के विपरीत यंग इटली के स्पष्ट उद्देश्य थे और उनकी प्राप्ति के लिये एक सुनिश्चित कार्यक्रम भी था।
- मैजिनी ने यंग इटली को भाईचारा बढ़ाने वाली संस्था के रूप में परिचित करवाया। उसे विश्वास था कि इटली के नवयुवकों में, प्राचीन गौरव और देश-प्रेम की भावना जागृत कर उन्हें स्वतंत्रता प्राप्ति के लिये संगठित किया जा सकता है। मैजिनी का विचार था कि यदि समाज में क्रांति लानी है तो नेतृत्व नवयुवकों के हाथों में दे देना चाहिये।
- मैजिनी ने यंग इटली के माध्यम से इटली की जनता को तीन नारे दिये- ‘परमात्मा में विश्वास रखो’, ‘सब भाइयों को एक साथ मिलाओ’ और ‘इटली को मुक्त करो’। मैजिनी का उद्देश्य स्वतंत्रता, समानता और जन कल्याण पर आधारित राज्य की स्थापना करना था।
- मैजिनी के प्रयासों से कई देशभक्त नवयुवक उसके साथ आ गए। उसने युवकों को सैन्य-प्रशिक्षण दिया। दो वर्षों के अल्प समय में ही यंग इटली के सदस्यों की संख्या लगभग 60 हज़ार हो गई। मैजिनी के नेतृत्व में इटली के नवयुवकों को एक नई दिशा मिली।
वास्तव में मैजिनी ने इटली के एकीकरण की संभावना को तलाशने का गंभीर प्रयास किया। इंग्लैंड और फ्राँस में भ्रमण के दौरान वह लगातार लिखता रहा और उसने अपने विचारों और विश्वासों को लेखों के माध्यम से जनता तक पहुँचाया। अतः कहा जा सकता है कि इटली के एकीकरण की आधारशिला रखने में मैजिनी की महत्त्वपूर्ण भूमिका थी।