- फ़िल्टर करें :
- अर्थव्यवस्था
- विज्ञान-प्रौद्योगिकी
- पर्यावरण
- आंतरिक सुरक्षा
- आपदा प्रबंधन
-
प्रश्न :
दूरदर्शन ने आम लोगों के जीवन को किस प्रकार प्रभावित किया है? निजी चैनलों से प्रतिस्पर्द्धा करने में यह किस प्रकार सक्षम है?
15 Nov, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्थाउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा:
- दूरदर्शन का परिचय दें।
- दूरदर्शन की विकास यात्रा को बताते हुए उसके प्रभाव का उल्लेख करें।
- निजी चैनलों से प्रतिस्पर्द्धा के संदर्भ में बताएँ कि यह कैसे बेहतर है।
भारत में दूरदर्शन प्रसारण सेवा का प्रारंभ 15 सितंबर, 1959 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के कर कमलों से उद्घाटन के पश्चात् हुआ। उस समय शायद ही किसी ने सोचा होगा कि आगे चलकर यह आम लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन जाएगा।
अपने विकास के आरंभिक काल में दूरदर्शन पर केवल आधे घंटे का ही प्रसारण होता था। यह सेवा स्कूली शिक्षा को समर्पित थी, जो केवल दिल्ली के आसपास 25 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रसारित होता था।
दूरदर्शन पर समाचारों का प्रसारण पहली बार 15 अगस्त, 1965 को नियमित हिंदी बुलेटिन के रूप में हुआ। इस सेवा से दूरदर्शन के प्रति लोगों की दिलचस्पी में वृद्धि हुई।
मुंबई में दूरदर्शन केंद्र की स्थापना 2 अक्तूबर, 1972 को हुई। अब फिल्मों का दूरदर्शन से जुड़ना स्वभाविक था। कुछ ही दिनों बाद प्रत्येक बुधवार को आधे घंटे के फिल्मी गीतों का एक प्रसारण ‘चित्रहार’ के नाम शुरू हुआ। इस कार्यक्रम ने मनोरंजन की दुनिया में काफी लोकप्रियता अर्जित की। लोगों को इस प्रसारण का बेसब्री से इंतजार रहता था। ग्रामीण क्षेत्रों में तो 1990 के दशक तक इसकी लोकप्रियता बनी रही। इसके बाद प्रसारण सेवा के विस्तार और फिल्मों और विभिन्न प्रकार के धारावाहिकों ने लोगों को मनोरंजन का एक नया आयाम उपलब्ध कराया।
दूरदर्शन ने जनमानस में शिक्षा, खेती-किसानी, खेलकूद, आध्यात्मिक, स्वास्थ्य के विभिन्न कार्यक्रमों के प्रसारण से लोगों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करने के साथ बदलते सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश को समाहित करने का एहसास भी कराया।निजी चैनलों से प्रतिस्पर्द्धा
- आज निजी चैनलों ने भी लोगों को बहुत प्रभावित किया है और दूरदर्शन की प्रासंगिकता पर प्रश्नचिह्न लगाया जाता है। किंतु, समाज व देशहित में दूरदर्शन निजी चैनलों कहीं आगे है।
- निजी चैनल जहाँ समाचार व मनोरंजन के नाम पर सनसनीखेज वातावरण तैयार करते हैं, वहीं दूरदर्शन हमेशा स्वस्थ और सही प्रसारण को महत्त्व देता है।
- दूरदर्शन द्वारा अन्य चैनलों के विकास ने जिस विविधता का परिचय दिया है, वह निजी चैनलों से किसी भी स्तर से कम नहीं है।
- आज भी लोगों को जागरूक करने में (बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, स्वास्थ्य, उपभोक्ता अधिकार, स्वच्छता, कृषि सेवा आदि के द्वारा) दूरदर्शन की भूमिका अप्रतिम है।
- दूरदर्शन ने अपनी पहुँच सैटेलाइट चैनलों तक प्राप्त कर ली है। अतः कहा जा सकता है कि दूरदर्शन ने कंटेंट के साथ-साथ तकनीकी दक्षता भी हासिल कर ली है।
To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.
Print