1. विपरीत परिस्थितियों की अपेक्षा शक्ति चरित्र को अधिक उजागर करती है।
2. नैतिकता का पाठ सिखाया नहीं जाता, बल्कि यह एक आंतरिक बोध है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।