प्रश्न.संसाधनों के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करने के लिये लोक प्रशासन में जवाबदेही आवश्यक है। मूल्यांकन कीजिये कि लोक सेवा में जवाबदेही किस प्रकार सुशासन में योगदान देती है। (150
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण
- लोक प्रशासन और सुशासन के संदर्भ में जवाबदेही को परिभाषित कीजिये।
- परीक्षण कीजिये कि यह किस प्रकार पारदर्शिता, दक्षता, नैतिकता और विश्वास को बढ़ावा देता है। उदाहरणों के साथ इसकी पुष्टि कीजिये।
- उचित निष्कर्ष दीजिये।
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परिचय:
लोक प्रशासन में जवाबदेही लोक सेवा अधिकारियों के नैतिक दायित्व को दर्शाती है ताकि वे पारदर्शिता, ईमानदारी व जवाबदेही के साथ काम करें और अपने निर्णयों और कार्यों के लिये जनता एवं उचित निगरानी संस्थानों दोनों को स्पष्ट औचित्य प्रदान करें। सुशासन की प्रणाली में, जवाबदेही मौलिक है क्योंकि यह संसाधनों के प्रभावी एवं पारदर्शी उपयोग को सुनिश्चित करती है, जो नागरिकों के कल्याण के लिये आवश्यक है।
"जवाबदेही से जिम्मेदारी का सृजन होता है।"
-स्टीफन कोवे
मुख्य भाग:
जवाबदेही लोक प्रशासन की कुंजी है:
- पारदर्शी निर्णय-प्रक्रिया सुनिश्चित करना: लेखा-परीक्षण, निष्पादन समीक्षा और सार्वजनिक जाँच जैसे जवाबदेही तंत्र एक ऐसा वातावरण बनाते हैं, जहाँ लोक सेवा अधिकारियों द्वारा लिये गए निर्णय मूल्यांकन के लिये खुले होते हैं, जिससे संसाधनों के दुरुपयोग की संभावना कम हो जाती है।
- उदाहरण: प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना समय पर निगरानी और मूल्यांकन के माध्यम से लीकेज को कम करती है।
- नैतिक व्यवहार को बढ़ावा देना: लोक सेवा अधिकारी जो जवाबदेह होते हैं, उनके नैतिक मानदंडों का पालन करने और भ्रष्ट आचरण से बचने की अधिक संभावना होती है, क्योंकि उन्हें पता होता है कि उनके कार्यों पर नज़र रखी जा रही है। इससे बेहतर शासन और सार्वजनिक संसाधनों का इष्टतम उपयोग होता है।
- उदाहरण के लिये: मनरेगा के तहत, सामाजिक लेखा-परीक्षण अनिवार्य है, जहाँ ग्रामीण यह आकलन करते हैं कि उनके क्षेत्र में धन का उपयोग किस प्रकार किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि अधिकारी और ठेकेदार समुदाय के प्रति जवाबदेह हैं, जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगता है तथा पारदर्शिता बढ़ती है।
- सार्वजनिक विश्वास और सामाजिक समानता को मज़बूत करना: जवाबदेही सुनिश्चित करती है कि सार्वजनिक संसाधनों का लाभ समान रूप से वितरित किया जाए। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) में डिजिटल प्रणालियों के माध्यम से पारदर्शिता में महत्त्वपूर्ण सुधार हुए हैं, जिससे धोखाधड़ी कम हुई है तथा संसाधनों का बेहतर उपयोग हुआ है।
- बेहतर सेवा वितरण को प्रोत्साहित करना: जवाबदेही सुनिश्चित करती है कि लोक सेवक नागरिकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये जिम्मेदार हैं, जिससे सामाजिक क्षेत्रों में बेहतर सेवा वितरण हो सके।
- स्वच्छ भारत मिशन का सफल कार्यान्वयन स्थानीय निकायों को स्वच्छता प्रबंधन में उनकी भूमिका के लिये जवाबदेह बनाकर संभव हो सका।

निष्कर्ष
संसाधनों के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करने, पारदर्शिता को बढ़ावा देने, भ्रष्टाचार को कम करने और जनता के विश्वास को दृढ़ करने के लिये लोक प्रशासन में जवाबदेही अपरिहार्य है। यह सुशासन प्राप्त करने के लिये अभिन्न अंग है, क्योंकि यह समानता, पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों को कायम रखता है, अंततः यह सुनिश्चित करता है कि जनता की भलाई के लिये संसाधनों का सदुपयोग हो।