1. एक लचीला पेड़ हवा के साथ झुकता है, लेकिन कभी नहीं टूटता।
2. हम इतिहास के निर्माता नहीं हैं, बल्कि इतिहास हमारा निर्माण करती है।
उत्तर :
1. एक लचीला पेड़ हवा के साथ झुकता है, लेकिन कभी नहीं टूटता।
अपने निबंध को समृद्ध करने के लिये उद्धरण:
- लाओ त्ज़ु: "जल तरल, मृदु और लचीला होता है। लेकिन जल चट्टान का अपरदन कर देता है, जो कठोर और अविचल होती है।"
- चार्ल्स डार्विन: "सबसे शक्तिशाली प्रजाति या सबसे बुद्धिमान प्रजाति का अस्तित्व नहीं रहता, बल्कि उस प्रजाति का ही अस्तित्व रह पाता है जो परिवर्तन के प्रति सबसे अधिक प्रतिक्रियाशील होती है।"
सैद्धांतिक और दार्शनिक आयाम:
- समुत्थानशक्ति बनाम अविचलता: स्टोइक का दर्शन व्यक्ति की आंतरिक स्थिरता को खोए बिना प्रतिकूल परिस्थितियों के साथ अनुकूलन करने पर बल देता है।
- पूर्वी दर्शन: ताओवाद में, समर्पण और समुत्थानशीलन (जल के प्रतीक) को ताकत के रूप में देखा जाता है जो अस्तित्व एवं विकास सुनिश्चित करता है।
- व्यवहार मनोविज्ञान: संज्ञानात्मक-व्यवहार तनाव और कठिनाई पर नियंत्रण पाने के साधन के रूप में विचारों में समुत्थानशीलता सिखाती है।
नीति और ऐतिहासिक उदाहरण:
- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम: गांधी जी का अहिंसक प्रतिरोध बिना टूटे झुकने, बिना आक्रामक टकराव के स्वतंत्रता प्राप्त करने के सिद्धांत का उदाहरण था।
- युद्धोत्तर पुनर्निर्माण: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जापान की पुनर्निर्माण की क्षमता, सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हुए आधुनिकता को अपनाना, अनुकूलनशीलता के माध्यम से जापान की समुत्थानशक्ति को दर्शाता है।
समकालीन उदाहरण:
- जलवायु परिवर्तन अनुकूलन: नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों और संधारणीय प्रथाओं को अपनाने वाले देश वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में आघातसहनीयता दिखाते हैं।
- कॉर्पोरेट समुत्थानशक्ति: नोकिया जैसी कंपनियाँ अविचलता के कारण लड़खड़ा गईं, जबकि एप्पल ने नवाचार करके और बदलती उपभोक्ता मांगों के अनुरूप खुद को ढालकर सफलता प्राप्त की।
2. हम इतिहास के निर्माता नहीं हैं, बल्कि इतिहास हमारा निर्माण करती है।
निबंध को समृद्ध करने के लिये उद्धरण:
- विंस्टन चर्चिल: "इतिहास मेरे प्रति दयालु होगा क्योंकि मैं इसे लिखने का इरादा रखता हूँ।"
- जॉर्ज सांतायाना: "जो लोग अतीत को याद नहीं रख सकते, उन्हें उसे दोहराने के लिये अभिशप्त होना पड़ता है।"
सैद्धांतिक और दार्शनिक आयाम:
- हेगेलियन द्वंद्ववाद: इतिहास विरोधाभासों की एक शृंखला के रूप में सामने आता है, जो सामंजस्य के माध्यम से लोगों एवं समाजों को आयाम देता है।
- कार्ल मार्क्स: इतिहास की भौतिक स्थितियाँ और आर्थिक संरचनाएँ मानवीय कार्यों एवं चेतना को निर्धारित करती हैं।
नीति और ऐतिहासिक उदाहरण:
- नागरिक अधिकार आंदोलन: नस्लीय भेदभाव के दमनकारी इतिहास ने मार्टिन लूथर किंग जूनियर जैसी हस्तियों के नेतृत्व को आयाम दिया।
- औद्योगिक क्रांति: इस अवधि ने मानव जीवन शैली, मूल्यों और सामाजिक मानदंडों को बदल दिया, जो मानव एजेंसी पर इतिहास की रचनात्मक शक्ति को दर्शाता है।
समकालीन उदाहरण:
- वैश्वीकरण: उपनिवेशीकरण और विश्व युद्धों जैसी ऐतिहासिक घटनाओं से प्रेरित वैश्वीकरण सांस्कृतिक एवं आर्थिक अंतरनिर्भरता को निरंतर प्रभावित करता है।
- तकनीकी उन्नति: औद्योगिक और तकनीकी क्रांतियों पर आधारित डिजिटल युग इस बात का उदाहरण है कि इतिहास किस प्रकार आधुनिक विकास पथ निर्धारित करता है।