1. प्रकृति का ज्ञान वनों से होकर प्रवाहित होता है; उन्हें खोना, स्वयं का एक हिस्सा खोने जैसा है।2. शांति केवल युद्ध की अनुपस्थिति नहीं है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।