1. जीवन का अर्थ है ‘दुख भोगना’ और जीवित रहने से तात्पर्य है ‘उस दुख में अर्थ खोजना’। 2. जीवन का वास्तविक अर्थ उन पेड़ों को रोपना है, जिनकी छाया में बैठने की आप स्वयं आशा नहीं करते।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।