1. उल्लेखनीय विचारों की कोई कमी नहीं है, कमी है तो उन्हें क्रियान्वित करने की इच्छाशक्ति की।
2. सतत् आशावाद, शक्ति को कई गुना बढ़ा देता है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।