1. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितनी उन्नति कर लेते हैं, आप बुनियादी तौर पर दूसरों के बराबर ही हैं।2. नौकरशाही, लोकतंत्र के लिये बाधा नहीं बल्कि अपरिहार्य पूरक है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।