हमारा विश्व, एक साझा विश्व है। इसमें हर किसी को साझा ज़िम्मेदारी का बोध होना चाहिये"- बान की-मून
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- साझा ज़िम्मेदारी का परिचय देते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिये।
- स्पष्ट कीजिये कि किस प्रकार साझा ज़िम्मेदारी वैश्विक अंतर्संबंध एवं पर्यावरण संरक्षण की ओर ले जाती है।
- वैश्विक शांति एवं सुरक्षा के साथ मानवीय सहायता और विकास में इसके योगदान का विश्लेषण कीजिये।
- उचित निष्कर्ष लिखिये।
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परिचय:
बान की-मून का उपर्युक्त उद्धरण वैश्विक नागरिकता की अवधारणा एवं हमारे ग्रह के प्रति साझा ज़िम्मेदारी पर बल देता है। यह भावना "वसुधैव कुटुंबकम" के विचार से संबंधित है, जिसका तात्पर्य है कि "विश्व एक परिवार है।" यह सभी लोगों और राष्ट्रों के परस्पर समन्वय को रेखांकित करने के साथ सहयोग एवं पारस्परिक सम्मान की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।
मुख्य भाग:
- पर्यावरणीय चुनौतियाँ:
- जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, वनों की कटाई और जैवविविधता क्षरण का समाधान साझा ज़िम्मेदारी से किया जा सकता है।
- उदाहरण के लिये, पेरिस समझौता जलवायु परिवर्तन को कम करने की दिशा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का उदाहरण है।
- साझा ज़िम्मेदारी:
- हम सभी की ज़िम्मेदारी है कि पृथ्वी की रक्षा करें एवं भावी पीढ़ियों के लिये इसकी स्थिरता सुनिश्चित करें।
- यह विचार "वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर" की अवधारणा में भी परिलक्षित होता है, जो जलवायु परिवर्तन, गरीबी एवं असमानता जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिये सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देता है।
- परस्पर आर्थिक निर्भरता:
- व्यापार, निवेश एवं वित्तीय प्रणालियाँ राष्ट्रों को एक साथ लाती हैं, जिससे आर्थिक असमानताओं को दूर करने एवं समान विकास सुनिश्चित करने के लिये सहयोगात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है।
- विश्व व्यापार संगठन (WTO) विवादों को सुलझाने और निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देने के साथ आर्थिक विकास की समझ को बढ़ावा देने के लिये एक मंच के रूप में कार्य करता है।
- सामाजिक न्याय:
- गरीबी, असमानता, भेदभाव और मानवाधिकारों के उल्लंघन जैसे मुद्दों के लिये मौलिक स्वतंत्रता की रक्षा एवं समावेशिता को बढ़ावा देने हेतु सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
- मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा जैसी पहल मानवीय गरिमा को बनाए रखने एवं एक न्यायपूर्ण समाज को बढ़ावा देने की साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
- स्वास्थ्य देखभाल:
- स्वास्थ्य सेवा सीमाओं से परे है, जिससे यह हमारे जीवन का एक सर्वोत्कृष्ट पहलू बन गया है। महामारी, संक्रामक रोग एवं स्वास्थ्य संकट वैश्विक स्वास्थ्य के अंतर्संबंध को रेखांकित करता हैं।
- कोविड-19 महामारी वैश्विक स्तर पर लोक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये वैक्सीन वितरण, स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढाँचे एवं महामारी की तैयारियों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
- सांस्कृतिक विनियमन:
- सांस्कृतिक विनियमन कार्यक्रम, विरासत संरक्षण और अंतर-सांस्कृतिक संवाद विविधता के बीच सद्भाव को बढ़ावा देने एवं मतभेदों को दूर करने के साथ साझा पहचान की भावना को बढ़ावा देते हैं।
- यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल भू-राजनीतिक सीमाओं से परे, हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत की मूर्त अभिव्यक्ति के रूप में कार्य करते हैं।
- प्रौद्योगिकी प्रगति:
- डिजिटल क्रांति, कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं अंतरिक्ष अन्वेषण व्यक्तिगत हितों से परे वैश्विक प्रयासों का उदाहरण है।
- अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) जैसे मंच ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने तथा मानव ज्ञान को उन्नत बनाने के उद्देश्य से सहयोगात्मक वैज्ञानिक प्रयासों का प्रतीक हैं।
- युद्ध को रोकना:
- कूटनीति, शांति स्थापना अभियान और अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ विवादों को सुलझाने तथा शांति को बढ़ावा देने के लिये एक तंत्र के रूप में कार्य करती हैं।
- संयुक्त राष्ट्र शांति सेना विश्व स्तर पर स्थिरता बनाए रखने एवं शांति और सुरक्षा के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिये सामूहिक प्रयासों का उदाहरण प्रस्तुत करती है।
निष्कर्ष:
पर्यावरण संरक्षण से लेकर सामाजिक न्याय और स्वास्थ्य सेवा के बीच परस्पर संबद्धता एवं लोगों के कल्याण के प्रति हमारी साझा ज़िम्मेदारी निर्णायक है। साझा ज़िम्मेदारी को अपनाते हुए हमें सहयोगात्मक प्रयासों के साथ आगे बढ़ना चाहिये जिससे हमारे साझा भविष्य को आकार मिल सके।