1. सत्य को हज़ार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।2 . बाह्य संसार केवल आंतरिक प्रकृति का ही रूप है।
प्रश्न का उत्तर जल्द ही प्रकाशित होगा।