नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    आप एक व्यस्त शहर में यातायात पुलिस निरीक्षक के रूप में कार्यरत हैं। एक दिन एक केंद्रीय मंत्री का काफिला शहर से होकर गुजरने के कारण नियमित यातायात व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न हुआ। इस काफिले के कारण ट्रैफिक जाम होने के साथ सड़कों पर अव्यवस्था हो गई। इस आलोक में गंभीर रूप से बीमार हृदय रोगी को ले जा रही एक एम्बुलेंस इस जाम में फँस गई।

    मरीज की हालत तेजी से बिगड़ने के साथ अस्पताल पहुँचने में किसी भी प्रकार की देरी, इसके जीवन के लिये खतरा साबित हो सकती है। इस स्थिति में ट्रैफिक पुलिस के इंस्पेक्टर के रूप में आप स्वयं दुविधा (VIP काफिले की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने तथा आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए एम्बुलेंस को रास्ता देने के बीच) में फँसे हुए हैं।

    इन परिस्थितियों में इंस्पेक्टर (यातायात पुलिस) के रूप में आपके पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं?
    इंस्पेक्टर (यातायात पुलिस) के रूप में आप VIP काफिले के आवागमन को सुगम बनाने तथा आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवाओं को प्राथमिकता देने के बीच प्रबंधन किस प्रकार करेंगे?

    16 Feb, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़

    उत्तर :

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • मौजूदा परिस्थितियों में यातायात पुलिस निरीक्षक के समक्ष आने वाली चुनौतियों का वर्णन कीजिये।
    • परिस्थितियों और उपलब्ध विकल्पों का उल्लेख कीजिये।
    • मौजूदा परिस्थितियों के बीच नाज़ुक संतुलन को प्रबंधित करने हेतु आवश्यक विचारों का उल्लेख कीजिये।
    • तद्नुसार निष्कर्ष लिखिये।

    परिचय:

    एक व्यस्त शहर में ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर एक चुनौतीपूर्ण परिस्थिति से जूझ रहा है, जो जीवन बचाने की तात्कालिकता के सामने VIP सुरक्षा की मांग को चुनौती देती है। एक ओर, उसे हाई-प्रोफाइल काफिलों के सुचारु मार्ग को सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है, वहीं दूसरी ओर, उन पर आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को सुविधाजनक बनाने का भार भी है। इस नाज़ुक संतुलन में उसके प्रत्येक निर्णय के दूरगामी परिणाम होते हैं।

    मुख्य भाग:

    (a). ऐसी परिस्थितियों में यातायात पुलिस निरीक्षक के पास दुविधा को दूर करने और VIP काफिले का प्रबंधन करते समय एंबुलेंस के मार्ग को प्राथमिकता देने के लिये कई विकल्प हैं:

    • एंबुलेंस को वैकल्पिक मार्ग की ओर जाने दें:
      • इंस्पेक्टर एंबुलेंस चालक से संपर्क कर सकता है तथा उसे एंबुलेंस को एक अलग मार्ग पर ले जाने का निर्देश दे सकता है, जो कम भीड़भाड़ युक्त हो और अस्पताल के नज़दीक हो।
      • यह विकल्प VIP काफिले में किसी भी हस्तक्षेप से बचाएगा और मरीज़ की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
      • हालाँकि कोई वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध न होने या एंबुलेंस चालक का क्षेत्र से अपरिचित होने की स्थिति में यह विकल्प संभव नहीं हो सकता है।
    • VIP काफिले को रोकें और एंबुलेंस को जाने दें:
      • निरीक्षक VIP काफिले को अस्थायी रूप से रुकने और एंबुलेंस को यातायात से गुज़रने की अनुमति देने के लिये अनुरोध कर सकता है।
      • यह विकल्प रोगी के जीवन को प्राथमिकता देगा और आपातकालीन सेवाओं के प्रति सम्मान दिखाएगा।
      • हालाँकि यह विकल्प VIP के लिये सुरक्षा जोखिम उत्पन्न कर सकता है और काफिले के लिये असुविधा उत्पन्न कर सकता है। यह VIP मूवमेंट के लिये ट्रैफिक पुलिस प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन कर सकता है।
    • एंबुलेंस के लिये बफर ज़ोन बनायें:
      • इंस्पेक्टर ट्रैफिक पुलिस और VIP काफिले के साथ समन्वय करके एंबुलेंस के लिये सुरक्षित दूरी पर काफिले का पीछा करने के लिये एक बफर ज़ोन बना सकता है।
      • यह विकल्प बिना किसी देरी या व्यवधान के VIP काफिले और एंबुलेंस दोनों की सुचारु आवाजाही सुनिश्चित करेगा।
      • हालाँकि इस विकल्प के लिये किसी भी सुरक्षा समझौते या भ्रम को रोकने के लिये जैमर और रेडियो जैसे उन्नत तकनीक एवं संचार उपकरणों की आवश्यकता हो सकती है। यह VIP तथा काफिले के सहयोग पर भी निर्भर हो सकता है।

    (b). इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर को VIP काफिले में व्यवधान को कम करने और इसमें शामिल सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए गंभीर रूप से बीमार रोगी के जीवन को बचाने को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। यहाँ बताया गया है, कि वे इस नाज़ुक संतुलन को कैसे संभाल सकते हैं:

    • तुरंत कार्रवाई:
      • परिस्थिति का आकलन करना: मरीज़ की स्थिति, अस्पताल तक यात्रा का अनुमानित समय और काफिले के स्थान तथा प्रगति के बारे में विवरण इकट्ठा करें।
      • संवाद करना: गंभीर परिस्थिति के बारे में काफिले के एस्कॉर्ट को सूचित करना, एंबुलेंस को गुज़रने की अनुमति प्रदान करने के लिये नियोजित मार्ग से अस्थायी विचलन का अनुरोध करना। तात्कालिकता और संभावित मृत्यु पर ज़ोर देना।
      • रास्ता बनाना: यदि काफिला सहमत है, तो एंबुलेंस के लिये एक समर्पित लेन बनाने के लिये उपलब्ध यातायात संसाधनों (मोटरसाइकिल, सायरन) का उपयोग करना। चौराहों पर अस्थायी रूप से यातायात रोकने या वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने पर विचार करना।
      • संचार बनाए रखना: एंबुलेंस चालक दल को साफ रास्ते और किसी भी संभावित बाधा के बारे में अपडेट करना। व्यवधान को कम करने एवं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये काफिले के एस्कॉर्ट के संपर्क में रहना।
    • ज़िम्मेदारियों को संतुलित करना:
      • पारदर्शिता: आपातकाल की जीवन-घातक प्रकृति और व्यवधान को कम करने के लिये उठाए गए कदमों पर ज़ोर देते हुए उपलब्ध चैनलों (सोशल मीडिया, समाचार आउटलेट) के माध्यम से जनता को स्थिति समझाना।
      • प्रोटोकॉल में लचीलापन: VIP गतिविधियों के महत्त्व का सम्मान करते हुए, स्वीकार करना कि असाधारण परिस्थितियों में अनुकूलन की आवश्यकता होती है। जीवन को प्राथमिकता देते हुए प्रोटोकॉल का पालन करने पर प्रकाश डालना।
      • व्यवधान को कम करना: यदि संभव हो तो प्रमुख यातायात चौराहों या भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से बचने के लिये काफिले के मार्ग को न्यूनतम रूप से समायोजित करना। वैकल्पिक मार्गों का पता लगाना, जो समय पर VIP आवागमन और एंबुलेंस मार्ग दोनों को सुनिश्चित करते हैं।
      • दस्तावेज़ीकरण: की गई सभी कार्रवाइयों, संचार लॉग और निर्णय लेने की प्रक्रिया को स्पष्ट रूप से दस्तावेज़ित करना। यह पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करता है, विशेषतः अगर बाद में सवाल उठाया जाए तब।

    निष्कर्ष:

    गंभीर रूप से बीमार रोगी की तात्कालिक चिकित्सा आवश्यकताओं को प्राथमिकता देकर और साथ ही VIP काफिले की सुरक्षा एवं सुचारु आवाजाही सुनिश्चित करके, ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर एक नाज़ुक संतुलन बना सकता है तथा मानव जीवन की सुरक्षा व संरक्षण के मौलिक कर्त्तव्य को कायम रख सकता है।

    To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.

    Print
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow