सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) की दक्षता एवं पारदर्शिता में सुधार हेतु प्रौद्योगिकी की भूमिका का परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
उत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) का संक्षिप्त परिचय लिखिये।
- PDS की दक्षता एवं पारदर्शिता के सुधार में प्रौद्योगिकी की भूमिका का उल्लेख कीजिये।
- तद्नुसार निष्कर्ष लिखिये।
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परिचय:
सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) नागरिकों के लिये खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के भारत के प्रयासों का एक महत्त्वपूर्ण घटक है। विगत कुछ वर्षों में प्रौद्योगिकी दीर्घकालिक चुनौतियों का समाधान करने और PDS की समग्र कार्यक्षमता में सुधार करने में एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में उभरी है।
मुख्य भाग:
- आपूर्ति शृंखला प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना:
- प्रौद्योगिकी ने PDS में योगदान प्रदान करने वाले प्राथमिक तरीकों में से एक आपूर्ति शृंखला प्रबंधन में कम्प्यूटरीकृत प्रणालियों का कार्यान्वयन है। आपूर्ति शृंखला संचालन के कम्प्यूटरीकरण ने मैन्युअल हस्तक्षेप को काफी कम करने के साथ-साथ त्रुटियों और अक्षमताओं को भी कम किया है।
- बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण और ePoS के माध्यम से पारदर्शिता बढ़ाना:
- बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण और इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल (ePoS) उपकरणों की शुरूआत PDS के भीतर पारदर्शिता एवं जवाबदेहिता बढ़ाने में सहायक रही है। बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण डुप्लिकेट लाभार्थियों को समाप्त करता है, यह सुनिश्चित करता है कि सब्सिडी वांछित प्राप्तकर्त्ताओं तक पहुँचे।
- सूचना प्रसारण के माध्यम से लाभार्थियों को सशक्त बनाना:
- प्रौद्योगिकी ने PDS से संबंधित जानकारी के प्रसार के लिये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के निर्माण की सुविधा प्रदान की है। लाभार्थी वेबसाइटों और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से पात्रता, कीमतें एवं वितरण कार्यक्रम जैसे महत्त्वपूर्ण विवरण प्राप्त कर सकते हैं।
- एनालिटिक्स के साथ डेटा-संचालित निर्णय लेना:
- डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग को अपनाने से PDS में निर्णय लेने की प्रक्रिया में क्रांति आ गई है। ये प्रौद्योगिकियाँ अधिकारियों को मांग पैटर्न की भविष्यवाणी करने, स्टॉक स्तर को अनुकूलित करने और रिसाव या अक्षमताओं के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने में सक्षम बनाती हैं।
निष्कर्ष:
प्रौद्योगिकी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के विकास में आधारशिला बन गई है। आपूर्ति शृंखला प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने से लेकर पारदर्शिता बढ़ाने और लाभार्थियों को सशक्त बनाने तक, प्रौद्योगिकी ने PDS की दक्षता एवं प्रभावशीलता में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।