उपर्युक्त कथन के आलोक में समस्याओं को कम करने में भारत की भूमिका बताइये। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिये, यूपीएससी मेन्स 2023)
उत्तर :
शंघाई सहयोग संगठन (SCO), विश्व की बहुसंख्यक आबादी को शामिल करते हुए एक प्रमुख गैर-पश्चिमी सुरक्षा संधि के रूप में उभरा है, जिसका उद्देश्य यूरेशिया में शांति को बढ़ावा देना है। हालाँकि अपने सदस्यों की विविध प्रकृति और हितों को देखते हुए, इसके भीतर विभिन्न मुद्दों का उठना स्वाभाविक है।
SCO के भीतर संघर्ष:
- भारत और पाकिस्तान: पड़ोसी देश पाकिस्तान कभी भी भारत के साथ अपने संघर्ष को समाप्त नहीं करना चाहता है।
- भारत और चीन: अपने पड़ोसियों के क्षेत्रों पर अपना दावा करने के चीन के आक्रामक रुख ने भारत सहित अन्य पड़ोसी देशों के लिये समस्याएँ उत्पन्न की हैं।
- बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) भी एक समस्या है क्योंकि यह भारत की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करता है और इसे एक आक्रामक ऋण-पाश के रूप में भी देखा जाता है।
- आर्थिक असमानताएँ: सदस्यों की आय में भारी असमानता होने से आंतरिक घर्षण उत्पन्न होना स्वाभाविक है।
भारत इन समस्याओं को कैसे कम कर सकता है?
- संवाद प्रोत्साहन: भारत को संवाद और कूटनीतिक समाधान के समर्थक के रूप में जाना जाता है।
- सांस्कृतिक कूटनीति: भारत के अधिकांश SCO देशों के साथ अच्छे सांस्कृतिक संबंध हैं। भारत को इस सॉफ्ट पॉवर का उचित लाभ उठाने पर ध्यान देना चाहिये।
- बैकचैनल डिप्लोमेसी (Backchannel Diplomacy): ट्रैक-II (Track-II) कूटनीति संघर्ष प्रबंधन के लिये अनुकूल माहौल के निर्माण में सहायक हो सकती है।
- संयुक्त-सैन्य अभ्यास: यह सेनाओं का परिचय कराने और राष्ट्रों के बीच स्वस्थ संबंध बनाने का एक शानदार तरीका है। उदाहरण के लिये, संयुक्त SCO आतंकवाद विरोधी अभ्यास।
'वसुधैव कुटुंबकम' के मूल्यों और पंचशील एवं गुटनिरपेक्षता जैसी ऐतिहासिक नीतियों को देखते हुए विभिन्न SCO संघर्षों को कम करने में भारत की भूमिका बहुत बड़ी हो सकती है।