दक्षिण-पश्चिम मानसून भोजपुर क्षेत्र में ‘पुरवैया’ (पूर्वी) क्यों कहलाता है? इस दिशापरक मौसमी पवन प्रणाली ने क्षेत्र के सांस्कृतिक लोकाचार को कैसे प्रभावित किया है? (उत्तर 150 शब्दों में दीजिये, यूपीएससी मुख्य परीक्षा- 2023)
27 Nov, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोलजून से सितंबर तक सक्रिय रहने वाला दक्षिण-पश्चिम मानसून भारत में पर्याप्त वर्षा करता है। जब ये मानसूनी पवन विभिन्न पर्वतों से टकराती हैं, तो वे अपना पथ परिवर्तित कर लेती हैं, जिससे भोजपुर क्षेत्र में पूर्वी 'पुरवैया' पवन का निर्माण होता है। यह विशिष्ट पवन प्रतिरूप भारत और नेपाल के कुछ हिस्सों तक फैले भोजपुर की सांस्कृतिक पहचान को महत्त्वपूर्ण आकार देता है।
भोजपुर की सांस्कृतिक प्रकृति पर पुरवैया का प्रभाव:
इसलिये ‘पुरवैया’ पवन भोजपुर की संस्कृति, इसकी परंपराओं, रीति-रिवाजों और दैनिक जीवन को आकार देने के लिये आवश्यक है।